Friday, November 22, 2024
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बरौनी रिफाइनरी में 2025 में शुरू होगा पॉलिप्रोपिलीन उत्पादन:प्लास्टिक से जुड़े उद्योग-रोजगार को मिलेगी मजबूती

समस्तीपुर.बेगूसराय.इंडियन ऑयल के बरौनी रिफाइनरी में 2025 के अंत तक उत्पादन उत्पाद शुरू हो जाएगा। जिससे प्लास्टिक से  उद्योग और रोजगार में क्रांति आएगी। बड़े पैमाने पर यहां प्लास्टिक के उद्योग खुलेंगे, लोगों को काम मिलेगा, स्वरोजगार शुरू होगा। यह बातें आज बरौनी रिफाइनरी में आयोजित प्रेस मीट में कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख सत्य प्रकाश ने कही।

उन्होंने कहा कि बरौनी रिफाइनरी अभी 6 MMTPA कैपेसिटी की है। हमारी जो निर्धारित क्षमता है उससे आगे बढ़-चढ़कर उत्पादन कर रहे हैं।

पिछले वर्ष भी हमने मिले टारगेट को पूरा किया है, इस वर्ष भी जो टारगेट दिया गया है, सभी पैरामीटर को पूरा करते हुए क्षमता के उपयोग को पूरा कर रहे हैं। हमारा 9 MMTPA परियोजना काफी तेजी से चल रहा है।

इसी कड़ी में हम पॉलिप्रोपिलीन का उत्पादन लेकर आ रहे हैं। पॉलिप्रोपिलीन का उत्पादन शुरू हो जाने से एक ईको सिस्टम बनेगा। बहुत सारे एंटरप्रेन्योर्स आएंगे, यहां आकर उद्योग लगाएंगे। उद्योग से नए-नए अवसर उत्पन्न होंगे, जिससे बिहार और देश का विकास होगा। इंडियन ऑयल दिए गए दायित्व का निर्वहन करने की पूरी कोशिश कर रही है।

यहां 220 KTPA क्षमता का पॉलिप्रोपिलीन यूनिट लग रहा है, 2025 के अंत तक इससे उत्पादन शुरू हो जाएगा। इससे बिहार में बड़े बदलाव होंगे। इसमें बहुत सारी संभावना है, जिससे हम लोग पूरा करेंगे। सतत विकास की दिशा में इंडियन ऑयल नेट जीरो 2046 लक्ष्य की ओर सार्थक कदम बढ़ा रही है। बरौनी रिफाइनरी सभी पर्यावरणीय मानकों का अनुपालन कर रही है।

59 वर्षों के इतिहास का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन

रिफाइनरी में प्राकृतिक गैस के उपयोग, सोलर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन व ग्रिड पावर पर भी कार्य किए गए हैं। बरौनी रिफाइनरी ने 2024-25 में अपने 59 वर्षों के इतिहास का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि बेगूसराय के आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए भी समर्पित होकर कार्य करें।

हमने बीएस-VI ईंधन, ईबीएमएस और एटीएफ सहित पेट्रोलियम उत्पादों के विविध समूह के साथ प्रौद्योगिकी और नवाचार को प्रेरक शक्ति के रूप में अपनाया है। बरौनी रिफाइनरी के रणनीतिक महत्व में हमारे पड़ोसी देश नेपाल की ईंधन मांगों को पूरा करना भी शामिल है, जो हमारे लिए गर्व की बात और बड़ी जिम्मेदारी भी है।

सुरक्षा आयामों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत

उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों की बढ़ती मांग के अनुसार बरौनी रिफाइनरी बीआर-9 विस्तार परियोजना के साथ एक परिवर्तनकारी यात्रा शुरू कर रही है। मांग को पूरा करने के लिए इतना बड़ा विस्तार चल रहा है, जो मौजूदा बुनियादी ढांचे और ऑन-स्ट्रीम रिफाइनरी के भीतर कई चुनौतियों को पेश कर रहा है।

चालू रिफाइनरी के भीतर निर्माण गतिविधियों को निष्पादित करने के लिए परिचालन और सुरक्षा आयामों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। विशाल और जटिल भूमिगत मौजूदा सुविधाओं का उचित ध्यान रखते हुए, हमें अनुमोदित समय सीमा को पूरा करने के लिए दृढ़ प्रयास करना है। इन चुनौतियों के बावजूद, बाधाओं को दूर करने के लिए मुझे बरौनी रिफाइनरी टीम पर पूरा भरोसा है।

3003 करोड़ का लाभ हुआ है

यह पुनर्निर्मित औद्योगिक परिसर न केवल हमारी कंपनी की आय को मजबूत करेगा बल्कि बीआर-9 को इस क्षेत्र के विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में भी स्थापित करेगा। बरौनी रिफाइनरी ने 2023-24 के दौरान 39923 करोड़ रुपए परिचालन से राजस्व दर्ज की है। इस अवधि में 3003 करोड़ का लाभ हुआ है। 2023-24 में बरौनी रिफाइनरी ने 14.5 डॉलर/बीबीएल का जीआरएम हासिल किया, जो उत्तर पूर्वी रिफाइनरियों को छोड़कर आईओसीएल रिफाइनरियों में सबसे अधिक है।

उन्होंने CSR के कार्यों पर भी विस्तार से चर्चा की। इस दौरान बरौनी रिफाइनरी के स्थापना काल से अब तक के गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। संचालन वरिष्ठ प्रबंधक (कॉर्पोरेट संचार और कर्मचारी सेवा) मीनाक्षी ठाकुर ने किया। मौके पर मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) जी.आर.के. मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) डॉ. प्रशांत राऊत, मुख्य महाप्रबंधक (टीएस एवं एचएसई) एस.जी. वेंकेटेश तथा मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) एस.के. सरकार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थ

maahi Patel
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