Tuesday, October 22, 2024
Patna

शुरू हुआ बिहार का पहला ड्राईपोर्ट और इनलैंड कंटेनर डिपो, रूस भेजी गई पहली खेप, पटना में शुरू 

 

पटना.बिहार के पहले ड्राई पोर्ट और इनलैंड कंटेनर डिपो (ICD) का उद्घाटन सोमवार को राज्य के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने किया. यह ड्राई पोर्ट और इनलैंड कंटेनर डिपो पटना जिले के बिहटा में स्थित हैं. जहां उद्योग मंत्री ने इन लैंड कंटेनर डिपो से पहली कंटेनर ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. इस दौरान विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी और पूर्व मध्य रेलवे के डीआरएम समेत अन्य आला अधिकारी खास तौर पर मौजूद रहे. इस कंटेनर की पहली खेप में उत्पाद रूस भेजे गए हैं. इस तरह बिहार के निर्यात इतिहास में यह पहली खेप होगी, जिसका निर्यात सीधे बिहार के खाते में दर्ज होगा.

 

बिहार से उत्पाद निर्यात करने में होगा आसानी

इस दौरान उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र ने कहा कि बिहार के उद्योग के लिए आज से एक नया युग शुरू हुआ है. यहां से दूसरे देशों के लिए होने वाले निर्यात बिहार के गिने जायेंगे. बिहार से निर्यात बढ़ेगा. स्थानीय निवेशकों को फायदा होगा. विदेश ही नहीं देश के अंदर भी उत्पाद भेजने में आसानी हो सकेगी. कहा कि भारत सरकार के वित्त मंत्रालय व राजस्व विभाग की तरफ से इनलैंड कंटेनर डिपो, बिहटा को अनुमोदन भी दे दिया गया है.

 

 

बिहार की अर्थव्यवस्था होगी मजबूत

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2022-23 में बिहार ने 20,000 करोड़ रुपये का सामान निर्यात किया. अब इसमें वृद्धि होने से बिहार की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. आईसीडी के माध्यम से बिहार के उत्पाद सीधे पश्चिम बंगाल के हल्दिया, विशाखापत्तनम (विजाग), चेन्नई, गुजरात के मुंद्रा और जेएनपीटी (जवाहरलाल नेहरू पोर्ट मुंबई) बंदरगाह से जुड़ जाएंगे.

 

 

पटना में शुरू हुआ बिहार का पहला ड्राईपोर्ट और इनलैंड कंटेनर डिपो, रूस भेजी गई पहली खेप 6

इसे भी पढ़ें: ‘PM मोदी 10 सालों से जनता को मूर्ख बना रहें’, मुस्लिम शिक्षिका ने इस पंक्ति का बच्चों से कराया अनुवाद, मचा बवाल

 

अब समझे इस ड्राइपोर्ट और आइसीडी के फायदे

इस ड्राई पोर्ट और इनलैंड कंटेनर डिपो के जरिये मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्टेशन के माध्यम से औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.

भंडारण, सीमा शुल्क संबंधी सुविधा, कम्प्यूटरीकृत कार्गो ट्रैकिंग प्रणाली, पैकेजिंग और मल्टी-मॉडल परिवहन संबंधी सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकेंगी. इससे बिहार के उत्पादों के निर्यात में आसानी हो सकेंगी.

यह रेल-लिंक्ड सुविधा बिहार और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों के बीच एक्जिम (एक्सपोर्टt-इम्पोर्ट) कार्गो की आवाजाही की सुविधा मिल जायेगी.

इस सुविधा के जरिये बिहार पूर्वी भारत के लिए एक अत्याधुनिक लॉजिस्टिक हब बन सकेगा.

Pragati

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!