Tuesday, November 26, 2024
Patna

रेलवे को भागलपुर सूती चादर कुछ इस कदर भाया क‍ि ल‍िए कई बड़े न‍िर्णय ।

पटना भागलपुर। अब रेल यात्री भागलपुरी सूती चादर पर आराम करेंगे। जिला उद्योग विभाग की ओर से मालदा रेल मंडल को सूती चादर की आपूर्ति करने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है। अगर रेलवे की ओर से उद्योग विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल जाती है तो भागलपुर की सूती चादर रेल यात्रियों के सफर को आरामदायक बनाएगी।

सोमवार को मालदा मंडल के डीआरएम यत्येंद्र कुमार भागलपुर पहुंचे। डीआरएम जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक रामशरण राम के साथ स्मार्ट सिल्क सिटी भी पहुंचे। इस दौरान डीआरएम ने कपड़ा आपूर्ति करने वाले व्यवसायी और बुनकरों से भी बात की। डीआरएम ने व्यवसायियों से पूछा कि यहां तैयार कपड़ा कहां-कहां भेजा जाता है। कितने धाग की खपत है, धागा कहां से मंगवाए जाते हैं, कच्चा माल मंगाने और तैयार माल की आपूर्ति के लिए परिवहन का क्या माध्यम है। इस दौरान डीआरएम को बताया गया कि अभी चार सौ हैंडलूम कार्यरत है। एक दिन में एक हैंडलूम में 1.5 साड़ी या 10 मीटर कपड़ा तैयार किया जाता है। वहीं, प्रत्येक दिन 18 सौ किलोग्राम धागे की खपत है।

डीआरएम ने रेलवे परिवहन को लेकर व्यवसायियों को प्रोत्साहित किया। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक ने भागलपुर में तैयार होने वाली सूती चादर और सिल्क की गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी। महाप्रबंधक ने कहा कि अगर भागलपुर में तैयार सूती चादर का रेलवे में उपयोग हो तो जहां बुनकरों को अधिक काम मिलेगा। वहीं, उनकी आमदनी भी बढ़ेगी। रेलवे को भी सस्ते दर पर गुणवत्तायुक्त चादर मिल सकेगा। इस पर डीआरएम ने जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक को अविलंब प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। साथ ही डीआरएम ने रेलवे स्टेशन पर बुनकरों के लिए स्टाल खोलने के लिए भी प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए

जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक रामशरण राम ने कहा कि शीघ्र ही सूती चादर की रेलवे में आपूर्ति और स्टेशन पर बुनकरों के लिए स्टाल खोलने के प्रस्ताव रेलवे को भेजे जाएंगे। रेलवे की स्वीकृति मिलने के बाद बुनकरों को सालों भर काम मिल सकेगा।

Kunal Gupta
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