Thursday, November 21, 2024
Muzaffarpur

मुजफ्फरपुर-सोनबरसा सड़क होगी फोरलेन, सीतामढ़ी से नेपाल जाने में 2 घंटे बचेंगे

पटना.मुजफ्फरपुर-सोनबरसा पथ टूलेन से अब फोरलेन होगा। केंद्र सरकार से इसकी मंजूरी मिल गई थी। कई वर्षों से मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी के लोगों को फोरलेन बनने का इंतजार था। ऐसे में मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी आने-जाने वाले लोगों के लिए यह खुशी की बात है। फोरलेन बनाने के तरफ एनएचएआई ने कदम बढ़ाया है। दरअसल, एनएचएआई ने उक्त पथ को फोलने बनाने को लेकर सर्वे शुरू कर दिया है। इस फोरलेने की लंबाई 80 किलोमीटर होगी। दिसंबर तक सर्वे का काम पूरा होने की संभावना है। इसके बाद एनएचएआई की आेर से डीपीआर कंसलटेंट नियुक्त किए जाएंगे। कंसलटेंट इस सड़क का डीपीआर तैयार करेगी।

 

 

डीपीआर पर स्वीकृति मिलने पर एनएचएआई इसका टेंडर जारी करेगा। संभावना है कि 2026 तक इस फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। एनएचएआई से मिली जानकारी के अनुसार फोरलेन निर्माण पर करीब 2400 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रारंभिक सर्वे के अनुसार, मुजफ्फरपुर-सोनबरसा पथ के टूलेन से फोरलेन बनाने में कुछ जगहों पर तीखा मोड़ आ रहा है। संभावना है कि इन जगहों सहित झपहां से सोनबरसा तक भूमि अधिग्रहण करना पड़ सकता है। मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी, नेपाल जाने वाले लोगों का सफर आसान होगा। मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी आैर यहां से नेपाल जाने वाले राहगीरों को करीब दो घंटे तक की समय की बचत होगी।

 

एसएसबी को भी नेपाल बॉर्डर पर पहुंचने में कम समय लगेगा

 

एनएचएआई ने बताया है कि झपहां आेवरब्रिज के नीचे से इस टूलेन सड़क को फोरलेन बनाने का काम शुरू होगा। वर्तमान में टूलेन होने से मुजफ्फरपुर-सोनबरसा मार्ग पर जाम की समस्या भी रहती है। फोरलेन बनने से सड़क पर जाम की समस्या समाप्त होगी। इसके अलावा फोरलेन पर वाहन भी सरपट दौड़ेंगे। इससे कम समय में अधिक दूरी तय होगी। एसएसबी को भी नेपाल बॉर्डर पर पहुंचने में कम समय लगेगा। वाहन दुर्घटना की संभावना भी कम हो जाएगी।

Kunal Gupta
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