Friday, September 20, 2024
BegusaraiSamastipur

“बेगूसराय में ट्रिपल मर्डर के पीछे जमीन विवाद और पत्नी की बेवफाई में फंसी पुलिस,पहली पत्नी के बेटे ने दी मुखाग्नि

बेगूसराय में बदमाशों ने शुक्रवार रात घर में सो रहे पति-पत्नी और दो बच्चों का गला काट दिया। इसमें पति-पत्नी और एक बच्ची की मौत हो गई है। 7 साल के अंशु का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है।इस ट्रिपल मर्डर के पीछे की कहानी अब तक साफ नहीं हो पाई है। ना ही पुलिस के हाथ कोई क्लू लगा है। दैनिक भास्कर इस हत्याकांड के पीछे की कहानी समझने के लिए रसीदपुर गांव पहुंचा, लेकिन यहां गांव के लोग इस मामले में कैमरे के सामने खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं। ऑफ कैमरा गांव में इस ट्रिपल मर्डर के पीछे 2 कहानियां बताई। पहला जमीन विवाद और दूसरा पहली पत्नी के बेटे से दुश्मनी। हालांकि, पहली पत्नी के बेटे ने शनिवार को तीनों शवों को मुखाग्नि दी है।

7 साल के अंशु के पिता, मां और बड़ी बहन की हत्या कर दी गई है। अंशु की हालत गंभीर है और पीएमचीएस में इलाज चल रहा है।

अब पढ़िए हत्या के पीछे की 2 वजह जो गांव वालों ने हमें बताई

1. जमीन को लेकर चल रहा था विवाद

ग्रामीणों ने बताया, गांव के ही भोला दास से सात धुर जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जमीन की कीमत करीब एक लाख है। इस विवाद में 24 जून को दोनों पक्ष के बीच मारपीट हुई थी। भोला दास ने संजीवन, उसकी पत्नी संजीता और अन्य के खिलाफ बछवाड़ा थाना में केस दर्ज करवाया था, जिसकी जांच चल रही है।

प्रोफेशनल को हायर किया गया था

लोगों ने बताया कि भोला दास ने संजीवन के पूरे परिवार को मराने की साजिश रची है। ताकि, कोई लड़ने वाला ही नहीं रहेगा। इसलिए किसी प्रोफेशनल हत्यारे को हायर किया, जिसने इस घटना को अंजाम दिया गया। सुबह में लाश मिली तो गांव के लोगों की भीड़ जुट गई थी, लेकिन भोला दास के घर से कोई नहीं पहुंचा।

1 किलोमीटर दूर खोजी कुत्ता भी कंफ्यूज हो गया

एसपी मनीष ने जब डॉग स्क्वायड को बुलाया। डॉग स्क्वायड की टीम घर से करीब एक किलोमीटर दूर तिराहे पर पहुंचकर कंफ्यूज हो गई। इससे आशंका जताई जा रही है कि हत्यारों की संख्या तीन से चार होगी और वह लोग किसी गाड़ी से आए होंगे। गांव में गाड़ी जाने पर आवाज होती, इसलिए तिराहे पर गाड़ी रोकी गई। वहां से सभी पैदल संजीवन के घर तक पहुंचे। उन्हें पता था कि वह लोग कहां सोते हैं।

पीछे के रास्ते से घर में घुसे थे अपराधी

पुलिस की माने तो हत्यारे आगे के रास्ते से नहीं, बल्कि घर में पीछे के रास्ते से घुसे। हत्या करने के बाद सभी वहां से निकले और तिराहे के पास गाड़ी में बैठकर फरार हो गए। गांव में कोई सीसीटीवी भी नहीं, जिससे कुछ इनपुट मिल सके। हालांकि घटनास्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चिरंजीवीपुर गांव में दो जगह सीसीटीवी है, जिसे पुलिस खंगाला रही है।ट्रिपल मर्डर से गांव के लोगों में दहशत है। घर के पास लोगों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने बताया कि जमीन को लेकर पड़ोसी से विवाद था।
2. पत्नी की बेवफाई में बेटे को अलग रखने की भी चर्चा

हत्या की दूसरी वजह पहली पत्नी के बेटे से दुश्मनी बताया गया। संजीवन की शादी करीब 16 साल पहले बेगूसराय के नागदह निवासी संजीता देवी से हुई थी। उस समय संजीवन दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था। शादी के 5-6 महीने बाद ही वह अपनी पत्नी संजीता को लेकर दिल्ली चला गया, जहां एक बेटा पैदा हुआ अश्विन उर्फ भोलू।

पहली पत्नी बॉयफ्रेंड के साथ भाग गई, फिर दूसरी शादी की

संजीवन अपनी पत्नी और बच्चे के साथ दिल्ली में रहता था। एक साल के बाद ही उसकी पत्नी संजीता अपने प्रेमी के साथ भाग गई। संजीवन ने बहुत खोजा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद वह अपने बेटे को लेकर गांव आ गया।

दूसरी पत्नी का नाम भी संजीता रखा, बेटे से बनने लगी दूरी

संजीवन ने पिता और परिवार के बाकी लोगों से बात करने के बाद बेटे के पालन-पोषण के लिए गढ़सिसई गांव की एक लड़की से शादी कर ली, पत्नी का नाम रख लिया संजीता।शादी के बाद उसे दो बच्चे हुए सपना कुमारी और अंशु कुमार। इन दोनों बच्चों के जन्म लेते ही सजीवन और उसकी पत्नी ने पहले बेटे अश्विन उर्फ भोलू से दूरी बनाने लगे।

अश्विन की अपने पिता से हुई थी झड़प

अश्विन अपने दादा-दादी के साथ रहने लगा। दादा-दादी उसे अपने पास ही रखने लगे।अश्विन उर्फ भोलू जब बड़ा हुआ तो उसे समझ आया कि मेरे पिता ने हमसे दूरी बना ली है। गांव वालों ने बताया कि तीन-चार महीने पहले अश्विन की अपने पिता से झड़प हुई थी। वो गांव में यह चर्चा भी करने लगा था कि मेरी अपनी मां और सौतेली मां का नाम एक कैसे हो गया।

मर्डर केस की जांच के लिए SIT गठित

एसपी मनीष ने बताया कि घटना की छानबीन के लिए SIT गठित की है। टीम सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल जा रहा है। घटना की सूचना देने के लिए तेघड़ा डीएसपी का मोबाइल नंबर 9431800016 भी जारी किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

अश्विन ने तीनों को दी मुखाग्नि

इधर, पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद तीनों शव परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद ग्रामीण और रिश्तेदारों की उपस्थिति में तीनों शव का एक साथ गंगा नदी के अयोध्या घाट पर अंतिम संस्कार किया गया, जहां संजीवन महतो के पहली पत्नी के बेटे अश्विनी ने तीनों को मुखाग्नि दी।

Kunal Gupta
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