“मंत्री का विरोध,कार छोड़कर बाइक से निकले,गिरिराज का काफिला निकलवाने पुलिस पहुंची,स्वास्थ्यकर्मियों ने घेराव किया था
बेगूसराय.केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को रविवार (4 अगस्त) को अपने ही लोकसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारियों का विरोध झेलना पड़ा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मियों ने उनकी गाड़ी को घेरकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री अपनी गाड़ी से उतरे और बाइक पर बैठकर निकल गए। काफिले में शामिल गाड़ियों को निकलवाने के लिए पुलिस को आना पड़ा।
दरसअल, फेस रिकॉग्नाइज्ड अटेंडेंस सिस्टम (FRAS) को हटाने समेत कई मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मी हड़ताल कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने बेगूसराय सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का घेराव किया।
गिरिराज सिंह की गाड़ी रोककर नारेबाजी करते संविदा कर्मी।
प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की
गिरिराज ओमर बालिका उच्च विद्यालय के पास पहुंचे, तभी बड़ी संख्या में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मियों ने उनकी गाड़ी को घेरकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान कर्मचारियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की। काफी समझाने-बुझाने के बाद भी जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो गिरिराज अपने वाहन से उतरकर बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने के लिए बाइक से निकल गए।
प्रदर्शनकारियों ने कहा- मांगें पूरी नहीं हुईं तो और उग्र आंदोलन करेंगे
प्रदर्शनकारियों में शामिल ANM जुली कुमारी ने कहा कि NHM कर्मचारी, CHO, संविदा पर ए-ग्रेड ANM, फैमिली प्लानिंग काउंसलर काम का बहिष्कार कर रहे हैं। फेस रिकॉग्नाइज्ड अटेंडेंस सिस्टम को तत्काल प्रभाव से खत्म करने, समान काम के बदले समान वेतन देने, राज्य कर्मी का दर्जा देने, विशाखा जजमेंट के अनुरूप महिला कर्मियों की सुरक्षा गारंटी, अशोक चौधरी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा को लागू करने, नियमित वेतन भुगतान करने और स्वास्थ्य केंद्रों में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर हम लोग हड़ताल पर हैं।
‘हम लोगों ने कचहरी चौक के पास अपने सांसद को रोकना चाहा, लेकिन वह नहीं रुके। इसके बाद जब ओमर बालिका विद्यालय के पास पहुंचे तो हम लोगों ने उनका घेराव किया। उन्होंने हम लोगों की समस्या नहीं सुनी और गाड़ी छोड़कर बाइक से निकल गए।’ प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो और उग्र आंदोलन होगा।