तेज धूप में कांवरियों के पैर में पड़ रहे छाले फिर भी नहीं रुक रहे शिवभक्तों के कदम, जोश देखते ही बन रहा
सुल्तानगंज विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में जल भरने के लिए अजगैबीनाथ धाम आ रहे शिवभक्तों की कठिन परीक्षा भगवान इंद्र पिछले कुछ दिनों से ले रहे हैं। तेज धूप में कांवरियों के पैर में छाले पड़ रहे हैं, बावजूद आस्था की इस कठिन डगर पर शिवभक्तों के कदम रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मेला में पहुंच रहे शिवभक्त उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान करने के बाद पात्र में जल भर पंडों से संकल्प कराने के बाद बाबा नगरी की पैदल कांवर पर निकल पड़ते हैं।पिछले एक सप्ताह से तेज धूप और उमस भरी गर्मी से शिवभक्तों को राहत नहीं मिल रही है।
मेला के 10 वें दिन बुधवार की शाम चार बजे तक में सुल्तानगंज से कुल 29 हजार 620 शिव भक्तों ने जल उठाया। इनमें 3 महिला सहित 384 डाक बम कांवरिया शामिल हैं। कच्चा कांवरिया पथ पर शिवभक्त बोल बम, हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए एक-दूसरे का उत्साह बढ़ा रहे हैं। जानकार बताते हैं कि देवघर स्थित द्वादशलिंग का विशेष महत्व है, क्योंकि इसे शास्त्रों में मनोकामना लिंग भी कहा जाता है। ज्यादातर श्रद्धालुओं की भोलेनाथ से कुछ न कुछ मन्नतें रहती हैं, लेकिन बुधवार को कांवरिया पथ पर कई ऐसे भी शिवभक्त मिल,जो अपने पूर्वजों की पैदल कांवर यात्रा की परंपरा को आगे बढ़ाने के जल भर कर बाबाधाम जा रहे हैं।
कोलकाता के शिवभक्त संजय अग्रवाल, सुमित और विजय घोष बताते हैं कि हमारे के दादा-परदादाओं ने 70 वर्ष पहले पैदल कांवर यात्रा की शुरुआत की थी। उनकी परंपराओं को हमलोगों के पिता ने आगे बढ़ाया। पिता चलने में असमर्थ हो गए तो पूर्वजों की परंपरा को हमलोगों ने आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। सुल्तानगंज| श्रावणी मेला में इन दिनों चारों ओर शिव के भजन सुनाई पड़ रहे हैं। खासकर गंगा घाट से लेकर कांवरिया पथ तक भजनों की धूम मची है। वहीं धांधी-बेलारी स्थित निःशुल्क कांवरिया सेवा महाशिविर के सांस्कृतिक मंच से कलाकार रोज शाम शिव भजनों की प्रस्तुति देकर शिवभक्तों की थकान दूर कर रहे हैं।
कला संस्कृति एवं युवा कार्यक्रम विभाग, उद्घोषक अजय अटल के नेतृत्व में बुधवार की शाम पटना के गायक कुंदन कुमार, भागलपुर के चंदन सिंह तथा बांका के सचिदानंद सिंह ने भजनों की प्रस्तुति दी। इस दौरान जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश….चाहे छाये हो बादल काले,चाहे पांव में पड़ जाय छाले,चल रे कांवरिया शिव के धाम, आग गगन से बरसे,चाहे पानी को मन तरसे,चल रे कांवरिया शिव के धाम… सहित अन्य भजन गाकर कलाकारों ने शिवभक्तों को भावविभोर कर दिया।