“असम राइफल के जवान की संदिग्ध हालत में मौत:गया में दोस्त के बुलाने के बाद निकला था घर से
गया में छुट्टी पर अपने घर आए असम राइफल के हवलदार की संदिग्ध परिस्थितियों में बुधवार दोपहर मौत हो गई। वह अपने साथियों के साथ घर से शहर की ओर निकला था। इस मामले में मेडिकल थाने में मृतक के परिजनों ने फर्द बयान दर्ज कराया है। मृतक अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था।
मेडिकल थाना पुलिस को दिए गए फर्द बयान में मृतक के परिजनों का कहना है कि दोपहर करीब 12 बजे आदित्य के किसी साथी का उसके मोबाइल पर फोन आया। उससे कुछ बात हुई और बात करने के बाद वह अपनी बाइक से निकल गया। करीब दो घंटे बाद आदित्य का एक दोस्त बाइक से आया और कहने लगा कि आदित्य की तबीयत खराब हो गई है। उसका ID कार्ड दे दीजिए। उसे मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराना है। इसपर उसके घर वालों ने उस युवक को ID कार्ड दे दिया। इसके बाद आदित्य की मां भी पीछे-पीछे मेडिकल थाना क्षेत्र स्थित MH हॉस्पिटल पहुंच गई, वहां जब आदित्य की मां रूबी देवी ने डाॅक्टर से बात की तो बताया गया कि आदित्य की बॉडी में प्वाइजन का अंश मिल रहा है। इस बात से उसकी मां घबरा गईं। वह हॉस्पिटल से निकल कर बाहर आई तो आदित्य के एक भी दोस्त नजर नहीं आए। जबकि सभी अस्पताल के बाहर खड़े थे।
दीमापुर से ट्रेनिंग पूरा कर लौटा था घर
SI राहुल कुमार का कहना है कि फर्द बयान में आदित्य के तीन साथियों का नाम का हवाला दिया गया है, लेकिन उनके खिलाफ नाम दर्ज किए जाने के बाद ही उनके नाम का खुलासा किया जाएगा। हालांकि इस मामले में मृतक के परिजनों से बात करने की कोशिश की गई तो भड़क गए। वो कुछ भी बताने से परहेज करते दिखे। असम राइफल रेजीमेंट के जवान आदित्य फिलहाल नागालैंड के दीमापुर से ट्रेनिंग पूरा कर घर लौटे थे। वह मूल रूप से मानपुर प्रखंड के भूआलपुर गांव निवासी रणवीर सिंह के इकलौते बेटे थे।फिलहाल रणवीर और उनका परिवार शहर के मगध कॉलोनी में रह रहा था।
पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा शव
शव का पोस्टमार्टम अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में कराया गया और शव पैतृक गांव भूआलपुर लाया गया। उसके 80 वर्षीय दादा रामपुकार सिंह, पिता रणवीर सिंह और मां रूबी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।