“जेपी गंगा पथ:अक्टूबर से दीदारगंज तक चलने लगेंगी गाड़ियां, 5 किमी काम बचा,2.5 लाख आबादी को सहूलियत
जेपी गंगा पथ प्राेजेक्ट इस साल अक्टूबर तक पूरा हाे जाएगा। अभी दीघा से कंगनघाट तक वाहनाें का परिचालन हाे रहा है। अब कंगनघाट से दीदारगंज तक काम चल रहा है। इस हिस्से में शुरुआत और अंत के आठ-आठ पिलराें पर स्लैब चढ़ाने का काम बचा है। इसे अब तेजी से किया जाएगा। पटना घाट होते दीदारगंज तक 5 किमी हिस्से का काम पूरा होने के बाद यह प्राेजेक्ट पूरा हाे जाएगा। यानी, दीघा से दीदारगंज तक 20.5 किमी जेपी गंगा पथ चालू हाे जाएगा।
सबसे अधिक फायदा व्यापारियों को होगा
पटना सिटी की ढाई लाख आबादी के लिए गंगा पथ एक लाइफलाइन की तरह हाेगा। इससे सबसे अधिक फायदा व्यापारियों को होगा। दीदारगंज इलाके में मारूफगंज के साथ ही दर्जनभर मंडियां हैं, जाे व्यापार के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण हैं। पटना सिटी के व्यापारियों के मुताबिक दीदारगंज की मंडियों में प्रतिदिन 25-30 हजार व्यापारी राज्य के अन्य शहरों से आते हैं। उत्तर बिहार के व्यापारियों के लिए गंगा पथ एक सुलभ रास्ता हाेगा।
बीच में पटना घाट कनेक्टिविटी
जेपी गंगा पथ परियोजना दीघा से लेकर दीदारगंज तक 20.5 किमी है। वर्तमान समय में कंगन घाट से दीदारगंज के बीच 5 किमी का ट्रेंच का तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। इसका निर्माण कार्य अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही दीघा से दीदारगंज के बीच 20.5 किमी की परियोजना पूरी हो जाएगी। इसमें पटना घाट और दीदारगंज कनेक्टिविटी शामिल है।
माेकामा तक विस्तार करने की भी याेजना
दीदारगंज तक गंगा पथ प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद इसका विस्तार भी संभव है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ही इसे मोकामा तक बढ़ाने की बात कही है। गंगा पथ को कई अन्य महत्वपूर्ण इलाकों से लिंक किया जाएगा, ताकि राजधानी पटना तक पहुंचने के लिए लोगाें को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकेे। मुख्य शहर को जाम से राहत देने के लिए गंगा पथ को बड़े वैकल्पिक मार्ग के तौर पर विकसित किया जाएगा। पटना के साथ ही कोइलवर को भी गंगा पथ से जोड़ने की योजना है। इससे आसपास के सभी छोटे-छोटे शहरों तक पहुंचने के लिए अब पारंपरिक व पुराने रास्तों का उपयोग सीमित हो जाएगा।