Monday, November 25, 2024
Samastipur

बदला समस्तीपुर सदर अस्पताल के इमरजेंसी का लुक,एम्स के डॉक्टर मरीजों का कर रहे उपचार।

समस्तीपुर।सदर अस्पताल का इमरजेंसी शुक्रवार को बदला बदला सा दिखा। एम्स से आये डॉ अतुल तिवारी ने मरीजों को देख रहे थे। स्वास्थ्य विभाग व केयर इंडिया के बीच हुए समझौते के तहत इमरजेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ अतुल समस्तीपुर पहुंचे हैं। वह अगले छह महीने तक यहां मरीजों को देखेंगे। उनके साथ एक विदेशी डॉक्टर भी आने वाली है। हालांकि कोरोना के मामले में बढोतरी को देखते हुए उन्हें विजा नहीं मिल पाया है। जिस कारण वह भारत नहीं पहुंची हैं। माना जा रहा है कि वह भी अगले सप्ताह तक भारत आएंगी। दोनों डॉक्टर अगामी छह महीने तक यहां रहकर स्थानीय डॉक्टर व कर्मियों को इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के उपचार के बारे में जानकारी देंगे। जिससे स्थानीय डॉक्टर व कर्मियों का स्किल डेवलप होगा।

इमरजेंसी के नोडल पदाधिकारी डॉ नागमणि राज ने बताया सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बेडों की संख्या सात से बढाकर 12 कर दिया गया है। इसके लिए कर्मचारी केबीन को बदला गया है। अब कर्मियों के केबीन में नया बेड लगाया गया है। सभी बेडों पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। सभी बेड आधुनिक हैं, जिसे जरूरत के हिसाब से ऊपर नीचे व समतल किया जा सकता है। इमरजेंसी में बनाया गया ट्राइ एज एरिया इमरजेंसी में ट्राइ एज एरिया बनाया गया है। यहां पर पहले मरीजों की स्थिति की जांच होगी। जिससे यह पता चल सकेगा कि मरीजों की स्थिति क्या है। उन्हें तुरंत किस तरह की सहायता की जरूरत है। मरीज कितना गंभीर है। मरीजों को तुरंत मेडिसीन दी जाय अथवा पैथलॉजी जांच के बाद दवा दी जाय।

इजरजेंसी में एक वैंडिलेटर व दो मॉनिटर लगाया गया : इमरजेंसी वार्ड के पुराने ओटी रूम को आधुनिक बनाया गया है । ओटी के अंदर एक वैंडिलेटर के अलावा दो मॉनिटर लगाया गया है। वैडिलेटर पोटेबुल है जिसे जरूरत के हिसाब स्थान भी बदला जा सकेगा। इमरजेंसी में वैडिलेटर पीएम केयर से उपलब्ध कराया गया है। इमरजेंसी में वैंडिलेटर के लगने से गंभीर मरीज को तत्काल रेफर करने का झंझट खत्म होगा। ओटी में लिस्ट के हिसाब से रहेगा इमरजेंसी ड्रग व ऑक्सीजन का लेवल देखने के लिए लगा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर इमरजेंसी वार्ड के ओटी में लिस्ट के हिसाब से सभी इमरजेंसी ड्रग उपलब्ध करा दिया गया है। ताकि जरूरत के हिसाब से डॉक्टर मरीजों को सेवा दे सकें। इसके अलावा मरीजों के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा जांच के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी लगा दिया गया है।

Kunal Gupta
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