“श्रेयसी सिंह पेरिस ओलंपिक में निशाना लगाएंगी,कहा-पिता का सपना पूरा हुआ;राष्ट्रमंडल खेल में जीता था गोल्ड
जमुई की भाजपा विधायक श्रेयसी सिंह पेरिस ओलंपिक में भारत की ओर से पदक पर निशाना लगाती दिखेंगी। उनका चयन भारत की 21 सदस्यों वाली निशानेबाजी टीम में हुआ है। पेरिस में 26 जुलाई से ओलंपिक की शुरूआत हो रही है।
श्रेयसी सिंह ने आज जमुई में मीडिया से बात करते हुए यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि भारत की ओलंपिक टीम में शामिल होने वाली वह बिहार की पहली प्लेयर हैं। शुक्रवार की सुबह 11 बजे राष्ट्रीय राइफल संघ ने उनका टीम में शामिल होना कंफर्म किया है।
इस मौके पर भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि आज उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय दिग्विजय सिंह का सपना पूरा हुआ है। पिता का सपना था कि वह ओलंपिक में खेले और देश के लिए गोल्ड मेडल जीत कर लाए।
श्रेयसी सिंह ने कहा कि 26 जुलाई से पेरिस में 2024 ओलंपिक की शुरुआत हो रही है। उनका मैच 30 और 31 जुलाई को है। उन्होंने जमुईवासियो से अपील की है कि जब वह मैच में हों तो उनके लिए दुआ करें कि वह देश के लिए गोल्ड मेडल जीत कर आएं।
कोटा बदलने से मिली जगह
इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (ISSF) से मंजूरी मिलने के बाद 32 वर्षीय ट्रैप शूटर श्रेयसी सिंह को पेरिस ओलंपिक के लिए अंतिम 21 सदस्यीय भारतीय शूटिंग टीम के हिस्से के रूप में आधिकारिक तौर पर शामिल किया गया। भारतीय संघ ने निशानेबाजी की विश्व संस्था से कोटा बदलने का आग्रह किया था। मनु भाकर एयर पिस्टल और स्पोर्ट्स पिस्टल दोनों में टॉप पर रही थी, इसलिए उनका एक कोटा स्थान महिला ट्रैप निशानेबाजी में बदल दिया गया। इसके बाद श्रेयसी को टीम में जगह मिल सकी। श्रेयसी अब राजेश्वरी कुमारी के साथ महिलाओं की ट्रैप स्पर्धा में भाग लेंगी।
अब तक कहां-कहां जीता मेडल
गोल्ड कोस्ट, ऑस्ट्रेलिया में हुए 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला डबल ट्रैप में स्वर्ण पदक जीती।
ग्लासगो, स्कॉटलैंड में हुए 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में एकल डबल ट्रैप स्पर्धा के फाइनल में 92 अंक हासिल कर रजत पदक अपने नाम किया।
इंचियोन में हुए 2014 एशियाई खेलों में शगुन चौधरी और वर्षा वर्मन के साथ डबल ट्रैप टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
पिता-दादा भी रहे राइफल एसोसिएशन के अध्यक्ष
श्रेयसी के दादा कुमार सुरेंदर सिंह और पिता दिग्विजय सिंह दोनों अपने जीवनकाल में नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष थे। श्रेयसी जमुई जिले के गिद्धौर की रहने वाली हैं। उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रहे। उनकी मां पुतुल कुमारी भी बिहार के बांका से पूर्व सांसद हैं।
श्रेयसी दिल्ली के हंसराज कॉलेज में आर्ट्स की छात्रा थीं और मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में एमबीए की छात्रा थीं। 30 साल की उम्र में ही वह साल 2020 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। 2020 बिहार विधान सभा चुनाव में जमुई से चुनाव लड़ा और राजद के विजय प्रकाश को 41000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया।