“बिहार में चिटफंड कंपनी ने लड़कियों का किया यौन शोषण, पहले नौकरी के नाम पर फर्जी कॉल करवाए,फिर शादी का झांसा देकर 3 बार प्रेग्नेंट किया
मुजफ्फरपुर में चिटफंड कंपनी ने झूठी नौकरी दिलाने के नाम पर पीड़िता के साथ गंदा खेल खेला गया। पीड़िता को जब सच्चाई का एहसास हुआ तो वो इंसाफ के लिए अदालत के दरवाजे पर पहुंची। इसके बाद बड़ी मुश्किल से पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की है।पूरा मामले अहियापुर थाना का है। जहां एक गिरोह द्वारा DVR नाम का फर्जी मार्केटिंग कंपनी बनाकर सोशल मीडिया पर नौकरी देने का पोस्ट डाला जाता था। इसमें लिखा जाता था कि आप इस कंपनी में जॉब करने में इच्छुक हैं तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। आपको मोटी सैलरी भी दी जाएगी। यह नौकरी सिर्फ लड़कियों के लिए थी। सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कई लड़कियों ने संपर्क किया। जिसको मोटी रकम का आश्वासन देकर नौकरी पर रखा गया।
2023 में पुलिस ने छापेमारी कर कई लड़कियों को बचाया था
इस कंपनी में मौजूद कुछ दरिंदों ने बंधक बनाकर कई लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाए। अगर कोई लड़की विरोध करती तो उसे बेरहमी से पीटा भी जाता था। इसका कई वीडियो सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि बेल्ट से किस तरह से लड़की की पिटाई की जा रही है। हालांकि 2023 अहियापुर और सदर इलाके में छापेमारी कर पुलिस ने सभी लड़कियों को मुक्त कराया था।ज्यादातर तो लड़की पुलिस में शिकायत करना मुनासिब नहीं समझी, लेकिन इसी में से एक छपरा जिले की लड़की ने हिम्मत कर सामने आई। कथित कंपनी की एक फर्जी इम्प्लॉइ मुजफ्फरपुर के अहियापुर में FIR दर्ज करवाने पहुंची। लेकिन वहां पर उसका एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद पीड़िता ने कोर्ट में परिवाद दायर किया। इसके बाद भी अहियापुर थाने में 156(3) में एफआईआर दर्ज नहीं की गई। फिर पीड़िता ने दुबारा कोर्ट की शरण ली। तब जाकर कोर्ट में दायर परिवाद के आधार पर अहियापुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई। FIR में डीबीआर कंपनी के सीएमडी मनीष सिंह, तिलक सिंह के अलावा इनामुल अंसारी, अहमद रजा, विजय कुशवाहा, कन्हैया कुशवाहा, हृदय आनंद सिंह, मोहम्मद इरफान को आरोपी है।
हॉस्टल और मेस के नाम पर 20 हजार लिए
पीड़ित लड़की ने अपनी पूरी आपबीती साझा करते हुए बताया कि फेसबुक के माध्यम से धीरज कुमार नामक युवक से उसका संपर्क हुआ। इस समय वो जॉब के लिए अप्लाई कर रही थी। आरोपी ने बताया कि उसके पास एक जॉब मेडिसिन लाइन का है। इस दौरान बताया गया कि हॉस्टल और मेस के लिए 20 हजार देना होगा। इसके बाद 20 हजार रुपए पीड़िता ने जमा किया। जिसका उसे कोई राशिद तक नहीं मिला।
फ्रॉड कॉल करना सिखाया गया
लड़की को एक रूम में 5 दिन तक रखा गया। ये कोई हॉस्टल नहीं था। उस फ्लैट में सब लड़का-लड़की साथ में रहते थे। लगभग 10 लड़कियां एक रूम में रहती थी। पीड़िता ने आगे बताया कि एक केंद्र पर उसे ले जाया गया, जहां 500 से 1000 लोग मौजूद थे। वहां बताया गया कि फ्रॉड कॉल कैसे किया जाता है। वहां पर जॉब मुझे नहीं मिला न कोई ऑफिस था।यहां करीब 3 माह तक सिर्फ फ्रॉड कॉल करने के बारे में सिखाया गया। लेकिन, सैलरी नहीं दी।
कॉल नहीं करने पर मारता था
कंपनी का सीएमडी मनीष सिंह और तिलक ने मिलकर मुझे ये बताया कि तुम्हे 50 से 52 लोग लाना है। इस पर तुम्हारी सैलरी 50 हजार हो जाएगी। इस दौरान मेरे कॉन्टैक लिस्ट से सभी को कॉल करवा कर बुलाया गया। नहीं कॉल करने पर मारता भी था। तब तक मुझे नहीं पता था कि ये फ्रॉड कंपनी है। फिर मैंने पैसे के लिए 52 लोगों को बुलाया। तब उन्होंने बताया कि तुम डीबीआर कंपनी में शेयर होल्डर हो गई हो।
शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए
इसके बाद शादी का झांसा देकर तिलक सिंह मेरे रूम पर हर दिन आने लगा। मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाया। 3 बार मैं प्रेग्नेंट हुई तो दवा खिलाकर गर्भपात करा दिया। 19 मई 2023 को बखरी स्थित कंपनी में अहियापुर थाने की रेड हुई। इसके बाद उसे हाजीपुर के कार्यालय में ले जाया गया। वहां तिलक सिंह के साथ नकली शादी कराई गई। इसके बाद वह अपने रूम पर पत्नी के रूप में रखकर मेरा यौन शोषण करता रहा। मुझे मायके भी नहीं जाने देता था।
मेरे फोन से सारा प्रूफ डिलीट किया
जब बखरी में रेड पड़ा था, तभी मैं समझ गई थी की ये फर्जी कंपनी है। मैंने बहुत जिद की घर जाने देने के लिए लेकिन वो नहीं जाने देता था। फिर 26 दिसंबर 2023 को मनीष ने मुझे पटना बुलाया। वहां मनीष सिंह, तिलक सिंह के अलावा इनामुल अंसारी, अहमद रजा, विजय कुशवाहा, कन्हैया कुशवाहा, हृदय आनंद सिंह, मोहम्मद इरफान समेत कई लोग थे। वहां मेरे फोन को रिसेट किया गया। क्योंकि मेरे फोन में हर एक प्रूफ था। जिसको डिलीट कर दिया।इसके बाद मुजफ्फरपुर बस स्टैंड लाया गया। कोई गांव के रूट से लाया। फिर 200 रुपए मुझे थमा कर कहा कि लो तुम मायके जाओ। सैलरी का 25 हजार रुपए बोला गया था। लेकिन कुछ पैसे नहीं दिए। मैं अपने पापा से पैसा मंगवाती थी।
वहीं, केस करने के बाद मुझे मेरे घर से किडनैप कर लिया गया था। गोरखपुर से मुझे सीधे मुजफ्फरपुर लाया गया। फिर जैसे-तैसे कर के हम यहां से निकले और अपनी दोस्त के पास गए। उसके बाद कोर्ट गए। मेरे भाई के साथ भी मारपीट की गई।पीड़िता ने बताया कि इस चीटफंड कंपनी की आड़ में बेरोजगार युवक-युवतियों को फंसाया जाता था। उनके साथ ब्लैकमेल व मारपीट की जाती थी। युवतियों का यौन शोषण किया जाता था। कंपनी के गुर्गों द्वारा अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया जाता है, जो पटना के बख्तियारपुर में छिपा कर रखते हैं।
पुलिस बोल कर करेगी कार्रवाई
टाउन एसडीपीओ 2 बिनीता सिन्हा ने कहा कि 8 आरोपियों पर FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पहले के परिवाद के आधार पर एफआईआर क्यों नहीं की, इसकी जांच की जाएगी।