“सड़क हादसे में बेटे को खोया,अब लोगों को ट्रैफिक नियमों का पढ़ा रहे पाठ
गया.ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के कारण प्रतिवर्ष हजारों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। इन दुर्घटनाओं में किसी परिवार का चिराग बुझ जाता है। तो कई महिलाओं की गोद व सुहाग उजड़ जाते हैं। इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका है कि लोग ट्रैफिक कानूनों के उल्लंघन से बचे। इसके लिए यह भी जरूरी है कि लोगों को ट्रैफिक कानूनों के पालन के प्रति जागरूक किया जाए। आजकल गया शहर की सड़कों पर यह नजारा आम है। जहां गया के नगर यातायात थाना में पदस्थापित एक एसआई लोगों को न सिर्फ ट्रैफिक कानूनों के पालन के प्रति जागरूक कर रहे हैं। बल्कि जरूरत पड़ने पर कड़ाई से उसका पालन भी सुनिश्चित करवा रहे हैं।
तीन वर्ष पहले सड़क हादसे में हुई बेटे की मौत एसआई श्री सिंह बताते हैं कि तीन वर्ष पूर्व 2021 में उनके साले की मौत हो गई थी। उनके अंतिम क्रियाकर्म में शामिल होने परिवार के लोग झारखंड के दुमका गए थे।
इसी क्रम में एक दिन उनका इकलौता पुत्र 26 वर्षीय अनमोल कुमार सिंह साइकिल से घूमने निकला। घर से बाहर निकलने के बाद अचानक सामने से एक बाइक आ गई। उससे बचने के चक्कर में उनके पुत्र ने अपनी साइकिल दूसरी ओर घुमाई। इसी बीच सामने से आ रही एक अन्य बाइक की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन में परिजन उसे इलाज के लिए लेकर पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित एक अस्पताल गए। जहां करीब 26-27 लाख रुपए खर्च किए जाने के बाद भी उनके इकलौते पुत्र को बचाया नहीं जा सका।
नहीं चाहते किसी और के घर का बुझे चिराग श्री सिंह बताते हैं कि ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के कारण उनके घर का इकलौता चिराग तो बुझ गया। लेकिन, वे नहीं चाहते हैं कि इस तरह की घटना किसी और के साथ हो। और, उन्हें इस दर्द का सामना करना पड़े। यही कारण है कि नगर यातायात थाना में पदस्थापना होने के बाद से वे लगातार लोगों को ट्रैफिक कानूनों के पालन के प्रति जागरूक करते हैं।