Wednesday, November 27, 2024
Patna

“चुनाव अधिकारियों से RJD के मनोज झा की अपील, काउंटिंग में घालमेल मत करिएगा, नहीं तो जनता तैयार है

लोकसभा चुनाव 2024 की 4 जून को होने वाली काउंटिंग से पहले आज पटना में महागठबंधन के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसकी अगुवाई आरजेडी के प्रवक्ता मनोज झा ने की। इस दौरान उन्होने चुनाव अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा कि काउंटिंग में घालमेल मत करिएगा, नहीं तो जनता तैयार है। इस प्रेस वार्ता में वाम दल के नेता राम नरेश पांडेय, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ और अन्य नेता भी मौजूद रहे।

मनोज झा ने कहा चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है, वो भी साक्ष्य के आधार पर किया है। पोस्टल बैलेट के आधार पर अगर 2020 वाले फरेब की अगर कहीं संभावना दिखी, या फिर आहट भी दिखी, तो प्रतिकार 2020 वाला नहीं होगा। बल्कि प्रतिकार उसी अंदाज में होगा और ऐसा होगा जिसके पीछे बिहार की जनता खड़ी होगी।

 

उन्होने कहा कि पोस्टल बैलेट बड़ी संख्या में होते हैं। और आप सब जानते हैं कि पोस्टल बैलेट किसका होता है। ये उनका होता है जो बड़ी संख्या में बदलाव चाहते हैं। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में शक्ति सिंह यादव को जीत का प्रमाण पत्र लेने को कहा गया था। लेकिन फिर कैसे घालमेल किया गया। हमारी मांग है कि पोस्टल बैलेट की गिनती हो, उसका समायोजन हो। साथ ही हर राउंड की मतगणना सार्वजनिक की जाए। और जब उसका डाटा अपलोड हो जाए। तभी दूसरे राउंड की गिनती शुरू की जाए।

एग्जिट पोल पर मनोज झा ने कहा कि बीते एक जून से हमने खर्च का तमाशा देखा है। जिसे एग्जिट पोल कहते हैं। बिहार में ये एग्जिट पोल सफल से ज्यादा फेल हुआ है। पीएमओ तक एग्जिट पोल करने वालों की पैसों से मदद करता है। खर्च का ये उत्सव जिसने भी तय किया है। उसे मुबारकबाद क्योंकि बाजार से ये जुड़ा हुआ है। कुछ लोगों ने इस नकली एग्जिट पोल के नाम पर करोड़ों अरबों रूपए कमा लिए हैं। उनकी कमाई से हमारी कोई नारजगी नहीं है। 4 जून दोपहर 12 बजे तक आप प्रसन्न रहिए। आपका अधिकार है।

 

झा ने ये भी आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान ज्यादातर बूथों पर फार्म 17सी उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया है। पार्टी ने दिल्ली और पटना में चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है। दरअसल इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में भी एक संचालन प्रणाली है। ईवीएम के इस आंकड़े को सुरक्षित रखा जाना चाहिए। इससे पता चल जाएगा कि मतदान कितने बजे समाप्त हुआ और कितने मत अवैध हुए। यह बताएगा कि कितने बजे मतदान किया गया। यह सबूत है जिसे सुरक्षित रखा जाना चाहिए।

Kunal Gupta
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