“ट्रेन में दिल दे बैठ थे सुशील मोदी:धर्म की दीवार तोड़कर की थी शादी; कहा था- उत्तर और दक्षिण एक हो गए हैं
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और BJP नेता सुशील कुमार मोदी का 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। सुशील मोदी ने साल 1973 में पटना बीएन कॉलेज से B.SC वनस्पति विज्ञान में गेजुएशन किया था। वो 1971 में पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ एबीवीपी से महासचिव बने थे। 1990 में वो सक्रिय राजनीति में आए थे।
सुशील कुमार मोदी का तीन दशक लंबा राजनीतिक करियर रहा है। इस दौरान वह विधायक, एमएलसी, लोकसभा सांसद और राज्यसभा सांसद भी रहे। बिहार सरकार में वित्त मंत्री तक का पद संभाला। दो बार बिहार के डिप्टी सीएम रहे।
पहली बार 2005 से 2013 तक और दूसरी बार 2017 से 2020 तक डिप्टी सीएम का पद संभाला। राजनीतिक जीवन के साथ ही उनके प्रेम कहानी किसी फिल्म के जैसे लगती है।
आइए नजर डालते हैं सुशील मोदी की लव लाइफ से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्सों पर…
पटना यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान ही सुशील कुमार मोदी ने छात्र संघ का चुनाव लड़ा था। इसके बाद पूरी तरीके से राजनीति में एक्टिव हो गए थे। इस दौरान वह लगातार ट्रेन से भी सफर किया करते थे। इसी बीच एक बार वो बॉम्बे से जम्मू तक ट्रेन में सफर कर रहे थे। उस दौरान उनकी मुलाकात एक लड़की से हुई। जिनका नाम जेसी जॉर्ज था।
उस समय सुशील मोदी राजनीति में पूरी तरीके से एक्टिव थे। वही लड़की (जेसी जॉर्ज) का कोई पॉलिटिकल जुड़ाव नहीं था। न भाषा एक थी और न ही रीति-रिवाज एक जैसे थे। सब बिल्कुल अलग। पर जो एक बात कॉमन थी। वह थी प्यार की भाषा। यह भाषा किसी परिभाषा की मोहताज नहीं होती।
यह मुलाकात इतनी खास रही की यह सिलसिला आगे ही बढ़ता चला गया। करीब 10 महीने तक चली इस मुलाकातों के बाद सुशील मोदी और जेसी जॉर्ज ने शादी का फैसला किया। 13 अप्रैल 1986 को पटना में उनकी शादी हुई।
अटल बिहारी वाजपेयी हुए थे शादी में शामिल
13 अप्रैल 1986 को पटना में सुशील मोदी और जेसी जॉर्ज की शादी हुई। इस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी उनके शादी में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे थे। उनकी शादी आर्य समाज रीति रिवाज से हुई थी।
अटल बिहारी वाजपेयी ने सुशील कुमार मोदी की शादी में कहा था, ‘यहां उत्तर और दक्षिण एक हो गए हैं… दुल्हन केरल की है… पाटलिपुत्र हिमालय के पास है।’
‘बुरी प्रथाओं से समाज जकड़ा हुआ है। प्रेमियों के बीच दीवारें खड़ी की जाती हैं। दीवारों को गिराकर शादी के बंधन में बंधने वालों की समाज में स्वीकार्यता नहीं होती। लेकिन इस शादी को पूरे समाज का आशीर्वाद प्राप्त है। मेरी कामना है कि यह भविष्य के लिए उदाहरण बने।’
सुशील मोदी की पत्नी पटना यूनिवर्सिटी में HOD हैं
सुशील कुमार मोदी की पत्नी पटना यूनिवर्सिटी में फिलहाल डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन की हेड हैं। वही उनके दो बेटे हैं। पहले बेटे उत्कर्ष तथागत ने बेंगलुरु से अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है। वहीं मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते हैं। उन्होंने 2017 में कोलकाता की एक चार्टर्ड अकाउंटेंट लड़की से अपनी शादी की थी।
सुशील मोदी के दूसरे बेटे अक्षय अमृतांशु ने भोपाल के राष्ट्रीय कानून संस्थान विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री हासिल की है। फिलहाल हो वह लॉ के ही क्षेत्र में प्रैक्टिस कर रहे हैं।सुशील कुमार मोदी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत पटना यूनिवर्सिटी से की थी। 1971 में यूनिवर्सिटी इलेक्शन में एवीबीपी की ओर से महासचिव बने थे। 1977 में RSS के प्रचारक बने। 1974 में जेपी आंदोलन में सक्रिय रहे। इस दौरान 19 महीने जेल में भी रहे। 1990 में सक्रिय राजनीति में आए और पहली बार कुम्हरार विधानसभा से विधायक चुने गए।
दिलचस्प बात ये कि विधायक बनने के बाद भी स्कूटर से चलते थे और अखबार के दफ्तरों में प्रेस रिलीज देने के लिए अपने बॉडीगार्ड को भी स्कूटर पर पीछे बैठा कर ले जाते थे।साल 2005 में पहली बार उनको बिहार बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। साल 2005 में ही एनडीए की सरकार में सुशील मोदी को डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री बनाया गया।इसके बाद एमएलसी, लोकसभा सांसद और राज्यसभा सांसद भी रहे। वापस से उन्होंने 2017 से 2020 तक डिप्टी सीएम का पद संभाला।