शादी से पहले यदि खून की जांच करा ली जाए,तो भावी पीढ़ी को थैलेसीमिया बीमारी से बचाया जा सकता:डॉ.श्रुति कुमारी
दलसिंहसराय आर बी कॉलेज में प्रधानाचार्य प्रो. संजय झा की अध्यक्षता एवं कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन दीप प्रज्वलित कर किया गया. मुख्य अतिथि सह वक्ता प्रोफेसर जवाहर लाल झा को प्रधानाचार्य ने सम्मानित किया. संचालन करते हुए डॉ. सुनील ने आज के दिवस की आवश्यकता एवं प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला.विषय विशेषज्ञ डॉ.श्रुति कुमारी ने विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि जिन की खराबी थैलेसीमिया का मूल कारण है।
यह बीमारी विभिन्न प्रकार की होती है,जिसमें मेजर थैलेसीमिया सबसे घातक है.शादी से पहले यदि खून की जांच करा ली जाए, तो भावी पीढ़ी को बहुत हद तक इस बीमारी से बचाया जा सकता है.डॉ.धीरज कुमार पाण्डेय ने कहा कि खान- पान एवं अपनी दिनचर्या में सुधार लाकर इस बीमारी के प्रभाव को कम किया जा सकता है.मुख्य अतिथि सह वक्ता प्रोफेसर झा ने कहा कि यह जेनेटिक बीमारी है.सतत जांच, सतर्कता, परहेज एवं जागरूकता ही इस बीमारी के प्रभाव को कम कर सकता है।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्रोफेसर झा ने कहा कि हमारे शास्त्रों में,खासकर आयुर्वेद में विभिन्न तरह की बीमारी एवं उसके समुचित इलाज का प्रावधान है.जानकारी के अभाव में हम वहां तक पहुंच नहीं पाते.थैलेसीमिया एक ऐसी बीमारी है, जो इंसान के अस्तित्व को ही खत्म कर देती है.जो व्यक्ति इस बीमारी के शिकार हो हो चुके हैं,उसकी सहायता हम रक्तदान से कर सकते हैं. हमें मानव धर्म की रक्षा करने एवं इस बीमारी से लड़ने के लिए रक्तदान हेतु सहर्ष तैयार रहना चाहिए. धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनूप कुमार ने किया.मौके पर प्राध्यापक डॉ. विमल कुमार, डॉ. प्रतिभा पटेल, डॉ. संजय कुमार सुमन, डॉ. मिथिलेश कुमार आदि,शिक्षकेतर कर्मचारी, स्वयं सेवक नंदनी प्रिया, शबनम प्रिया, गोलू कुमारी, आंचल कुमारी, निशा कुमारी, साक्षी कुमारी, मुस्कान कुमारी, नेहा कुमारी आदि सहित अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.राष्ट्रगान की सामूहिक प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई.