Sunday, November 24, 2024
Patna

जमुई के गर्भ में छिपा है 51 मिलियन टन कच्चा लोहा, जल्द शुरू होगी नीलामी प्रक्रिया

जमुई। मंजोष की धरती से लोहा निकालने की इंतजार की घड़ी अब समाप्त होने वाली है। आचार संहिता समाप्त होते ही दो ब्लाक में नीलामी की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। यहां की धरती में 51 मिलियन टन लौह अयस्क होने का अनुमान है, जिसकी अनुमानित कीमत 2500 करोड़ बताई जाती है।खान एवं भूतत्व विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह ने शुक्रवार को बताया कि मंजोष और भट्टा खंड में न्यूनतम मान्यता से दो गुना लौह अयस्क की मात्रा पाई गई है, जो कि इलाके और जिले के साथ-साथ राज्य के लिए शुभ संकेत है। यहां अच्छी गुणवत्ता के मैग्नेटाइट मौजूद हैं।

इसकी रिपोर्ट जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा भारत सरकार को सौंपी गई। इसके बाद ही केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को नीलामी की प्रक्रिया प्रारंभ करने की अनुमति दी है। नीलामी प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए पूर्व की तमाम तैयारी एसबीआई कैप द्वारा लगभग पूरी के ली गई है।

स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन द्वारा भी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। फिलहाल 84 हेक्टेयर अर्थात 210 एकड़ जमीन मंजोष खंड में चिन्हित की गई है।सचिव ने बताया कि स्थानीय लोगों की आपत्ति की स्थिति में आबादी वाले क्षेत्र को छोड़कर खनन की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मुआवजा के साथ ही विस्थापित लोगों के पुनर्स्थापना की प्रक्रिया प्रारंभ करने को लेकर शुरू की गई आवश्यक कार्रवाई से भी अवगत कराया।

सचिव ने सिकंदरा प्रखंड अंतर्गत अवस्थित प्रस्तावित खनन स्थल मंजोष एवं भट्टा खंड का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।यहां यह बताना लाजिमी है कि सिकंदरा प्रखंड अंतर्गत मंजोष गांव में वर्ष 2003 में खेल-खेल में चुंबक से पत्थर चिपकने का वाक्या हुआ था। उसके बाद से ही लगातार प्रयास के पश्चात जीएसआई का सर्वे इसी वर्ष मार्च महीने में पूर्ण हुआ।

इसके बाद ही वहां से लौह अयस्क निकालने की तैयारी सरकार के स्तर पर जोर पकड़ने लगी। इसी कड़ी में भू अर्जन के लिए जमीन चिन्हित करने का कार्य भी अंतिम दौर में है।

Kunal Gupta
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