Success Story; कोविड से खत्म हुआ करियर, मां से मिली प्रेरणा तो UPSC पर साधा निशाना; Tejas Krishna Prasad की स्टोरी
Success Story; नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी में कई लोगों ने अपनों को खोया। वहीं, कई खिलाड़ियों का करियर समाप्त हो गया। हालांकि, कोविड महामारी ने कितनों के जीवन के लिए वरदान भी साबित हुआ। इसी में बेंगलुरु के निशानेबाज तेजस कृष्ण प्रसाद (Tejas Krishna Prasad) भी शामिल हैं। तेजस टोक्यो ओलंपिक के संभावित खिलाड़ियों में शामिल थे, लेकिन कोविड आने के चलते तेजस का ओलंपिक खेलने का सपना अधूरा रह गया। अब इसी निशानेबाज ने यूपीएससी (UPSC) पर निशाना साध दिया है।
दरअसल, मंगलवार को जारी हुए यूपीएससी 2023 के फाइनल रिजल्ट में तेजस कृष्ण प्रसाद ने 243वीं रैंक हासिल की। तेजस ने दूसरे ही प्रयास में यह कमाल कर दिखाया है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए तेजस ने बताया कि एक खिलाड़ी होने के चलते उन्हें यूपीएससी की पढ़ाई के दौरान ध्यान लगाने में मदद मिली। उन्होंने यह भी बताया कि इंटरव्यू के दौरान ज्यादातर सवाल खेल से ही पूछे गए थे।
मां ने दिखाई राह
तेजस के पिता एक व्यवसायी रह चुके हैं। वहीं, मां शैलजा एक्साइज इंस्पेक्टर हैं। तेजस कृष्ण प्रसाद श्री कृष्णन पब्लिक स्कूल के पुरा छात्र रह चुके हैं। आरवी कॉलेज से तेजस ने बीई की पढ़ाई पूरी कर मां के निशानेबाजी शौक से प्रेरित होकर 2014 में शूटिंग में हाथ आजमाया। वह 2016 के इंडिया के जूनियर स्क्वाड में शामिल हो गए।
कोविड में बदल गया जीवन
तेजस कृष्ण बताते हैं कि साल 2019 तक वह भारत में नंबर 4 पर थे। उन्होंने बीजिंग और म्यूनिख दोनों वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। तेजस कृष्ण साल 2018 से लेकर 2020 तक सीनियर टीम का हिस्सा थे। कोच राकेश मैनपत के मार्गदर्शन में निशानेबाजी की ट्रेनिंग जारी रही, लेकिन कोविड लॉकडाउन के बाद उनका खेल रुक गया।
जारी रहेगी निशानेबाजी
तेजस बताते हैं कि जब कोविड शुरू हुआ तो कोई प्रतियोगिता नहीं थी और तभी उन्होंने सोचा कि यूपीएससी में हाथ आजमाना चाहिए। उनकी मां ने तेजस की तैयारी में मदद की और दूसरे ही प्रयास में उन्होंने यूपीएससी पास कर लोगों के लिए मिसाल कायम कर दी है। तेजस ने कहा कि IAS बनने के बाद भी वह निशानेबाजी जारी रखेंगे।”