“सिविल कोर्ट से गायब हुई लड़की कोतवाली थाने पहुंची:मां ने की थी अपहरण की शिकायत,अब
पटना सिविल कोर्ट में बीते 16 तारीख को पटना सिटी अंतर्गत बैरिया की रहने वाली एक महिला की गायब होने की जानकारी लड़की की मां के द्वारा वरीय पुलिस पदाधिकारी को दी गई। मां ने बेटी के ससुराल पक्ष पर अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत की। इसके बाद पीरबहोर थाने को जांच करने का जिम्मा सौंपा गया।
पीरबहोर थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच के क्रम में लड़की के भाई और मां थाने पर आए थे। उन लोगों के सामने लड़की को फोन किया गया। उससे स्पीकर पर बातचीत हुई। लड़की ने बताया कि किसी हाईकोर्ट के मुंशी के साथ उसने स्वेच्छा से शादी कर ली है। उसे कोई परेशानी नहीं है। इसके बाद लड़की के परिजनों के द्वारा भी थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई। स्वेच्छा से जाने की बात सुनकर परिजनों ने भी थाने में आवेदन नहीं दिया।
थाने में नहीं की लिखित शिकायत
आज जानकारी मिली की लड़की कोतवाली थाने में आई थी, लेकिन वहां से पीरबहोर थाने में नहीं आई है। अगर उसके द्वारा आवेदन दिया जाता है, तो आगे प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। थानाध्यक्ष ने बताया कि लड़की पहले से शादीशुदा भी है। कोतवाली थानाध्यक्ष राजन कुमार ने बताया कि डायल 112 के सहयोग से लड़की को थाने पर लाया गया। इसके बाद इसकी सूचना उसके परिजनों को दी गई। लड़की से पूछा भी गया कि किस के साथ जाना है। उसने बताया कि मां के साथ जाना है, जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया। लड़की और उसके पति के बीच तालाक का मामला चल रहा था। बीते दिनों गवाही के क्रम में कोर्ट से अचानक गायब हो गई थी। लड़की गोपालपुर संपतचक अंतर्गत बैरिया गली नंबर दो की रहने वाली है। थाने पर किसी प्रकार की कोई लिखित शिकायत परिजनों और लड़की के द्वारा नहीं की गई है।
लोक-लाज और आर्थिक तंगी की वजह से नहीं दर्ज करा पाई बयान
बता दें कि लड़की दलित समुदाय से आती है। ऑफ द कैमरा मुंशी के कुकर्मों के बारे में बता रही थी। वो अपना बयान वरीय अधिकारी के सामने दर्ज कराना चाहती थी, लेकिन घर वाले बदनामी और आर्थिक तंगी की वजह से शिकायत नहीं किए और लड़की पर केस मुकदमा में दोबारा नहीं पड़ने का दबाव बनाकर अपने साथ कोतवाली थाने से लेकर घर चले गए। कोतवाली थाने पर लड़की को लेने उसकी मां और भाई बाइक से आए थे।