“Success Story;बेटा न होने पर लोग पिता को देते थे ताना, प्रियांगी ने UPSC कर दिया जवाब,लाया 261 वां रैंक
“Success Story;।पटना के संदलपुर की रहने वाली बीपीएससी 68वीं की टॉपर प्रियांगी मेहता ने यूपीएससी में 261 वीं रैंक हासिल किया है। प्रियांगी ने बताया कि वो तीन बहन हैं और उनको कोई भाई नहीं है जिसकी वजह से उनके माता पिता को समाज से कई बार ताने भी सुनने पड़ते थे। अपने माता-पिता के दर्द को महसूस करने के बाद, बेटे की कमी को दूर करने के लिए प्रियांगी ने जी जान से पढ़ाई की और मुकाम हासिल किया है। भविष्य में भी वह यूपीएससी में अपना रैंक इंप्रूव करने के लिए दोबारा एग्जाम देने पर विचार कर रही हैं।
वह बताती हैं कि साल 2022 की यूपीएससी में उनका पहला अटेम्प्ट था इसमें प्रिलिम्स में उनका रिजल्ट नहीं आया था उसके बाद वह थोड़ा डिप्रेस हो गई थीं हालांकि उन्होंने खुद पर एग्जाम के परिणाम को हावी नहीं होने दिया। उनका मानना है कि यूपीएससी परीक्षा ही जीवन का अंत नहीं है। उन्होंने बिना कोचिंग का सहारा लिए 6 से 7 घंटा प्रतिदिन सेल्फ स्टडी कर मुकाम हासिल किया है। सत्यम इंटरनेशनल स्कूल से उन्होंने दसवीं पास की और अरविंद महिला कॉलेज से 12वीं की। पॉलिटिकल साइंस से 2022 में बीएचयू से उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया।
पिता कंप्यूटर हार्डवेयर रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं
उनके पिता मिथिलेश कुमार की कंप्यूटर हार्डवेयर रिपेयरिंग की दुकान है और उनकी माता अर्चना देवी एक गृिहणी हैं। उनके पिता मिथिलेश कुमार की मानें तो वह खुद एमए पास हैं जिस वजह से अपनी बेटियों की शादी से ज्यादा उनकी पढ़ाई पर ध्यान दिया। प्रियांगी ने स्कूल लाइफ से ही सिविल सर्विस ज्वाइन करने का लक्ष्य तय किया था। वह तीन बहन हैं। बहनों में वह सबसे बड़ी हैं। बीच वाली बहन बीकॉम कर रही हैं और छोटी बहन नीट मेडिकल की तैयारी कर रही हैं। 2022 यूपीएससी में जब उनका रिजल्ट नहीं आया तब उन्होंने सोचा कि यूपीएससी उनके लायक नहीं है हालांकि उन्होंने कड़ी मेहनत कर बीपीएससी में टॉप किया और फिर यूपीएससी में उन्होंने अच्छा परिणाम हासिल किया। उनकी इस सफलता पर उनके माता-पिता को गर्व है। वह इसका श्रेय अपने माता-पिता कोई देना चाहती हैं।