बेगूसराय में सफल बच्चों को किया गया सम्मानित:जूनियर चार्ली चैपलिन राजीव मौके पर पहुंचे
बेगूसराय.राष्ट्रीय आय-सह-मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा में सफल वीरपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय फजिलपुर के 34 बच्चों को आज विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित मेधा सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया। सभी बच्चों को विश्वमाया चैरिटेबल ट्रस्ट, ओपेरा आर्ट सोसाइटी, सनशाइन हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट और विद्यालय प्रबंधन के संयुक्त तत्वावधान में मेडल, मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
आगत अतिथि विश्वमाया चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन डॉ.रमण कुमार झा, जूनियर चार्ली चैपलिन के नाम से चर्चित मशहूर आर्टिस्ट राजीव सिंह, ओपेरा आर्ट सोसाइटी के सेक्रेटरी प्रख्यात रंगकर्मी हरिकिशोर ठाकुर, सनशाइन हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट के निर्देशक प्रमोद कुमार, अपने संघर्षों के बल पर जिंदगी की नई इबारत लिखने वाली शिक्षिका कोमल कुमारी और वीरपुर के बीआरपी सिंटू कुमारी का स्वागत HM रंजन कुमार झा सहित अन्य शिक्षकों ने किया।
इसके बाद राष्ट्रीय आय-सह-मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा में सफल सभी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही विश्व माया चैरिटेबल ट्रस्ट, ओपेरा आर्ट सोसाइटी और सन-शाइन हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट की ओर से शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य के लिए उत्क्रमित मध्य विद्यालय फजिलपुर के एचएम सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को अंग वस्त्र और मोमेंटो से सम्मानित किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए डॉ.रमण कुमार झा ने कहा कि शिक्षा हमे जीने का आधार देने के साथ-साथ स्वस्थ रहने की तरकीब भी सिखाती है। आप कितने भी पढ़-लिख लें, लेकिन स्वस्थ नहीं रह सके तो कोई सफलता किसी काम की नहीं है। जूनियर चार्ली चैपलिन राजीव सिंह ने कहा कि हंसना बड़ी बात है। हमें खुद भी हंसना चाहिए और दूसरों को भी हंसाने की कोशिश करनी चाहिए, तभी हम जीवन का वास्तविक आनंद ले सकते हैं।
रंगकर्मी हरि किशोर ठाकुर ने कहा कि साहित्य और कला से विहीन व्यक्ति का जीवन नीरस होता है। हमें पढ़ने के साथ-साथ अपने व्यक्तित्व विकास के लिए खेल-कूद, संगीत, नाटक, सामाजिक कार्यों में भी सहयोग करना चाहिए। विनोदपुर निवासी शिक्षिका कोमल ने कहा कि जीवन में कभी भी हार नहीं मानना चाहिए, चाहे हार कितनी भी बड़ी हो, उठ खड़ा होना ही हमें आगे की ओर बढ़ाता है। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एचएम रंजन कुमार झा ने कहा कि दुनिया के सबसे महान कार्य में लगे हुए अपने सभी शिक्षकों और इन संस्थाओं का आभारी हूं, जिन्होंने मेधा को प्रोत्साहित किया है।