कोर्ट में कार्यरत महेश को UPSC में 1016वां रैंक:जिला जज ने दी बधाई, तीसरे प्रयास में पाई सफलता
पटना।शेखपुरा के जिला न्यायालय के कर्मी महेश कुमार ने संघ लोक सेवा आयोग के प्रतिष्ठित परीक्षा में 1016 रैंक लाकर सफलता प्राप्त किया है। उन्होंने तीसरे प्रयास में इस सफलता को पाया है। महेश मुजफ्फरपुर के रहने वाले है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा परिणाम आते ही जिला न्यायालय में खुशी की लहर दौड़ गई। जिला जज पवन कुमार पांडे ने महेश को बधाई दी है।
सहयोगियों ने दी बधाई
जिला न्यायालय कर्मचारी संघ के मीडिया प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि महेश कुमार 2018 में नियोजित शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया था। उसी साल न्यायालय सहायक के पद पर भी चयनित हुए बाद में बीपीएससी द्वारा पिछले साल आयोजित शिक्षक परीक्षा में भी हाई स्कूल शिक्षक बनने की सफलता अर्जित की।न्यायालयकर्मी के इस सफलता पर जिला अधिवक्ता संघ ने भी खुशी का इजहार किया है। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह , महासचिव विपिन कुमार, संयुक्त सचिव चंद्रमौली यादव, अपर लोक अभियोजक शंभू शरण सिंह सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं न्यायालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कुमार पुरुषोत्तम, सचिव कुमार मंजेश के साथ-साथ अन्य सहयोगियों ने उनके सफलता पर खुशी का इजहार करते हुए उन्हें बधाई दी।
तीसरे प्रयास में पाई सफलता
महेश कुमार ने बताया कि वो मूल रूप से मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना अंतर्गत तुर्की खरारू गांव के रहने वाले हैं। वह चार भाई और तीन बहन हैं। जिसमें वो तीसरे नंबर पर हैं। उनके पिता महेंद्र शाह और स्वर्गीय माता मुन्नी देवी शुरू से ही उनके प्रतिभा के प्रति आश्वस्त थी। उन्होंने बताया कि 12वीं तक की परीक्षा उन्होंने अपने गांव के विद्यालय से ही किया।
जिसके बाद स्नातकोत्तर इतिहास विषय से उन्होंने मुजफ्फरपुर से किया। उसके बाद से नौकरी करते हुए लगातार यूपीएससी के इस प्रतिष्ठित सेवा में जाने के लिए प्रयासरत थे। पिछले दो अवसरों पर पीटी और लिखित परीक्षा में सफल करने के बाद हुए अंतिम सूची में नहीं आ पाए थे।उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के अलावा जिला न्यायालय के न्यायाधीशों को दिया है। जिनमें से कई अभी पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति भी के पद को सुशोभित कर रहे हैं ।उन्होंने बताया कि न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं के साथ कार्य करते हुए उन्हें चीजों और परिस्थितियों को व्यावहारिक रूप से समझने में lकाफी मदद मिली।