खगड़िया में निर्दलीय खड़े होंगे मौजूदा सांसद महबूब अली कैसर,किसी ने नही दिया पटना
पटना।रालोजपा के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर की स्थिति को देखकर कहा जा सकता है कि मौजूदा समय में वो ना तो तीन में हैं और ना ही तेरह में। दरअसल, एक महीने पहले जब बिहार एनडीए में सीटों का बंटवारा हुआ था और लोजपा (रामविलास) को पांच सीटें मिली थीं तो महबूब अली कैसर तुरंत चिराग पासवान से मिलने पहुंच गए।
महबूब अली को लगा था कि शायद खगड़िया से चिराग पासवान उन्हें टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार सकते हैं, लेकिन ऐसा हो ना सका। वहीं दूसरी ओर सीट नहीं मिलने से नाराज चल रहे पशुपति पारस को भी मना लिया। अब महबूब अली ने भी बागी रुख अख्तियार कर लिया है और माना जा रहा है कि महबूब अली कैसर खगड़िया से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि उन्होंने इसकी विधिवत घोषणा नहीं की, लेकिन कहा कि वे इस पर विचार कर रहे हैं।
महबूब अली सोमवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों का भारी दबाव है। उन्हें खगड़िया के हर विधानसभा क्षेत्र से फोन आ रहे हैं। बड़े और प्रभावी लोगों के साथ-साथ गरीब-गुरबा सब चुनाव लड़ने का अनुरोध कर रहे हैं। सांसद ने कहा कि वे एक दिन पहले तक चुनाव नहीं लड़ने के निर्णय पर थे, लेकिन अपने लोगों के फोन और दबाव के कारण वे अब चुनाव लड़ने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। फीडबैक ले रहे हैं। जिस तरह लोगों की इच्छा है, वे मैदान में उतर सकते हैं। फिलहाल वे न ग्रीन जोन में और ना ही रेड जोन में हैं। येलो जोन में हैं, लिहाजा चुनाव लड़ने का निर्णय ले सकते हैं।बता दें कि चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने खगड़िया लोकसभा सीट से युवा व्यापारी राजेश वर्मा को खगड़िया से टिकट दिया है। राजेश वर्मा पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वे मूलरूप से भागलपुर जिले के रहने वाले हैं। भागलपुर के डिप्टी मेयर भी रह चुके हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भागलपुर से विधायकी का इलेक्शन लड़ा था और अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया था।”