नेताओं की एंट्री पर रोक…रोड नहीं, तो वोट नहीं’,ग्रामीणों ने लिया फैसला,जगह-जगह लगाए पटना
पटना।गया जिले के औरंगाबाद लोकसभा के कोंच प्रखंड इलाके में पड़ने वाले धनछुआ गांव में रविवार को ग्रामीणों ने चौपाल लगाई। चौपाल में बड़ी संख्या में ग्रामीण एकजुट हुए। ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है। झूठे वादे करने वाले नेताओं की एंट्री पर भी रोक लगाई गई है। इसको लेकर गांव में जगह-जगह बैनर भी लगाए गए हैं। पम्पलेट भी बांटे गए हैं।
दरअसल, गया जिले के गौहरपुर पंचायत का धनछुआ गांव प्रखंड कार्यालय से 7 किलोमीटर की दूरी पर है। इस गांव में लोगों की आबादी करीब पांच हजार है। गांव में यादव, मांझी, भूमिहार, चंद्रवंशी, रविदास, ब्राह्मण, कायस्थ, ठाकुर, पासवान, चौधरी, चौहान, साव, कांदू, मुस्लिम समुदाय को मिलाकर करीब साढ़े तीन सौ घर हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि नेताओं की एंट्री भी गांव में नहीं होने देना है। गांव में जगह-जगह पर लोगों ने वोट बहिष्कार के बैनर लगाए हैं। पम्पलेट भी बांटे जा रहे हैं।
आने-जाने के लिए सड़क भी नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के 76 साल बाद भी अब तक धनछूहा गांव में आने-जाने के लिए सड़क नहीं है। बारिश के मौसम में आज भी खटिया का सहारा लिया जाता है। सड़क निर्माण को लेकर कई बार नेताओं और अधिकारियों को अवगत कराया गया। इतना ही नहीं पथ निर्माण कार्य विभाग सहित मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक समस्या को रखा गया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है। इसलिए ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि जब तक गांव में पक्की सड़क, अस्पताल और नए विद्यालय भवन का निर्माण नहीं होता है, तब तक वोट बहिष्कार जारी रहेग। वहीं चौपाल की अध्यक्षता राम विजय चौहान और संचालन उपेंद्र यादव कर रहे थे। चौपाल में रवि यादव, जितेंद्र यादव, सुधीर पासवान, बच्चू दास, रंजीत शर्मा, अभिषेक कुमार सहित अन्य गांव के लोग मौजूद थे।