भागलपुर में दामाद ने रची अपनी कीडनैपिंग-हत्या की साजिश, पुलिस ने पटना से किया बरामद
पटना।भागलपुर में एक दामाद ने अपने ही अपहरण और हत्या की झूठी साजिश रची। इसमें आरोपी के भाई ने उसकी पत्नी समेत ससुराल वालों पर झूठा मामला दर्ज करवा दिया। अब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए युवक को बरामद कर लिया है। मामला रंगरा थाना क्षेत्र के जहांगीरपुर वैसी का है।
शव को गंगा नदी में फेंका
SDPO ओम प्रकाश ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए बताया कि 12 अप्रैल को नवगछिया थाना क्षेत्र के नया टोला निवासी विजय कुमार ने आवेदन दिया था। इसमें उसने बताया था कि उसके भाई का अपहरण ससुराल पक्ष द्वारा कर लिया गया है। उनके भाई दिनेश कुमार गुप्ता की हत्या कर ससुराल पक्ष द्वारा शव को गंगा नदी में फेंक देने का आरोप भी लगाया था।
वहीं, परिजनों द्वारा थानेदार के खिलाफ आंदोलन करने की धमकी भी दी गई थी। जिसको गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई। एसपी के निर्देश पर नवगछिया डी.आई.यू की टीम गठित की गई। गठित टीम द्वारा 24 घंटे के अंदर तकनीकी अनुसंधान करते हुए अपहृत दिनेश कुमार गुप्ता को पटना के ऐग्जीबिशन रोड के पास से बरामद कर लिया गया।
2023 में हुई थी शादी
पूछताछ में घटना के कारणों का पता चला। दिनेश कुमार गुप्ता की शादी साल 2023 में जहांगीरपुर वैसी निवासी शैलेश कुमार गुप्ता की बेटी नेहा कुमारी से हुई थी। शादी के वक्त लड़का के परिजनों ने लड़का को MBBS डॉक्टर बताया था। जब की वह एक झोला छाप डॉक्टर था। शादी में लड़का को दहेज के रूप में 8 लाख रुपए और अन्य साजो सामान दिया गया।
शादी के बाद मांगे 10 लाख
शादी के बाद लड़का और उसके परिजनों द्वारा लड़की पक्ष से 10 लाख रुपए की फिर से मांग की जा रही थी। जिसे मिलता न देख लड़का और उसके परिजनों द्वारा साजिश रचकर पहले लड़का को ससुराल भेजा गया। वहां से लड़का चुपके से पटना के लिए निकल गया और यहां परिजनों द्वारा थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करा दी गई।
एसडीपीओ ने कहा कि 12 अप्रैल को नवगछिया के रहने वाले विजय कुमार गुप्ता ने अपने भाई दिनेश कुमार गुप्ता के अपहरण की कांड रंगरा थाने में दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि इनके भाई के ससुराल वालों द्वारा उसका अपहरण कर लिया गया है। इनके भाई दिनेश कुमार गुप्ता की हत्या कर शव को गंगा में फेक देने का आरोप लगाते हुए थाना प्रभारी के विरुद्ध भी आंदोलन की धमकी दी जाने लगी। तत्काल एसपी द्वारा संज्ञान में लेते हुए उन्होंने टीम गठित की। टीम गठन होने के 24 घंटे के अंदर ही कथित अपहृत युवक को पटना से बरामद कर लिया है।