माता का गमन मनुष्य पर,चैत्र नवरात्र 9 से 18 तक, घोड़े पर होगा माता का आगमन
समस्तीपुर.9 अप्रैल 2024 मंगलवार से चैत्र नवरात्र का प्रारंभ हो रहा है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही विक्रम संवत 2081 की शुरुआत हो रही है। देवी दुर्गा का आगमन फल-माता दुर्गा का आगमन घोड़ा पर हो रहा है। इसके फलस्वरूप सत्ताधारियों में अशांति, बेचैनी रहेगी। देवी के गमन का फल- माता का गमन मनुष्य पर होगा। यह सभी के लिये शुभ कारक है। समस्तीपुर के पंडित व भागवत कथा-वाचक विजयशंकर झा के अनुसार नया विक्रम संवत मंगलवार से प्रारंभ हो रहा है।
इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्ध योग और शश योग का शुभ योग बन रहा है। नये विक्रम संवत के राजा मंगल और मंत्री शनि होंगे। इसके फलस्वरुप देश में प्राकृतिक प्रकोप जैसे-भूकंप, कम वर्षा,भीषण गर्मी के होने की संभावना बनी रहेगी। और आम जीवन में लोग आक्रोश से भरे रहेगें। विश्व भर में देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है। प्रजा को कठोर प्रशासन का सामना करना पड़ सकता है। नवरात्र के प्रथम दिन रेवती और अश्विनी नक्षत्र का संयोग बन रहा है। चन्द्रमा मीन राशि में रहेगें। शनि देव अपनी राशि कुंभ में होकर शश राजयोग का निर्माण कर रहे हैं।
{09-4-24 (मंगलवार) – कलशस्थापन। शैलपुत्री पूजा। {10-4-24 (बुधवार) -द्वितीया, ब्रह्मचारिणी पूजा। {11-4-24 (गुरूवार) – तृतीया-चंन्द्रघंटा पूजा। {12-4-24(शुक्रवार) -चतुर्थी,र्देवी कुष्मांडा की पूजा। {13-4-24 (शनिवार) -पंचमी, माता स्कंद माता की पूजा। {14-4-24 (रविवार) -षष्ठी, देवी कात्यायनी की पूजा। {15-4-24 (सोमवार)- सप्तमी- माता कालरात्रि की पूजा। {16-4-24 (मंगलवार) -महाष्टमी- महागौरी पूजा। 17-4-24 (बुधवार) – महानवमी, माता सिद्धिदात्री की पूजा। रामनवमी। {18-4-24 (गुरुवार) – विजयादशमी, देवी विसर्जन।