Monday, November 25, 2024
Patna

बिहार के इस शहर मे एक बच्ची के दो दावेदार:होगा डीएनए टेस्ट, कमेटी बताएगी असली मां कौन?

पटना।आरा बच्ची एक और दावेदार दो महिलाएं। एक निजी विद्यालय की शिक्षिका और दूसरी उसी विद्यालय में काम कर चुकी दाई। बच्ची पर दावेदारी को लेकर दोनों में इस कदर विवाद बढ़ा कि दोनों आरा शहर के नवादा थाना में ही उलझ गईं। यह विवाद बाल कल्याण समिति, पुलिस, बाल संरक्षण इकाई व दत्तक ग्रहण संस्थान तक पहुंचा। बावजूद शनिवार रात तक निर्णय नहीं हो सका‌ कि बच्ची पर कानूनी संरक्षण का अधिकार किसका? फिलहाल पुलिस ने बच्ची को आरा में दत्तक ग्रहण संस्थान में समन्वयक धर्मेंद्र कुमार व दिशा एक प्रयास की कुमारी सुनीता सिंह की मौजूदगी में सौंप दिया है‌। बच्ची शुक्रवार से आरा के दत्तक ग्रहण संस्थान में है। अब कानूनी प्रक्रिया से निर्णय होगा कि बच्ची किसे सौंपी इसके लिए बच्ची का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। अधिकारिक जानकारी के अनुसार, बच्ची की मां बता रही महिला और शिक्षिका दोनों ने कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन किया है। उदवंतनगर प्रखंड के कुसुम्हां गांव निवासी दाई दीपा देवी ने शिक्षिका को बच्ची को देते समय कागजात नहीं बनाया। चार साल तक वह क्यों चुप रही? आरा शहर की शिक्षिका गौरी त्रिपाठी ने भी बच्ची को लेते समय कागजात नहीं बनाया।

 

दोनों के बीच विवाद इस कदर बढ़ गया कि आरा के नवादा थाने में भी दोनों आपस में उलझ गईं यह मेरी पुत्री है, मुझे चाहिए: दीपा दीपा देवी ने बताया कि मैं गौरी त्रिपाठी के विद्यालय में दाई थी। उस समय मेरी पुत्री डेढ़ साल की थी। गौरी त्रिपाठी ने कहा कि इस बच्ची को हम अपने पास रखेंगे। आप जब चाहे तब ले लीजिएगा। उस समय हम कुछ सोचे नहीं और बच्ची दे दिए। अब अपनी बच्ची मांग रहे हैं। वो मेरी पुत्री को नहीं दे रही है।

 

चार साल से पालन-पोषण कर रही हूं,‌ यूं ही कैसे दूं: गौरी बच्ची की परवरिश कर रही गौरी त्रिपाठी ने कहा दीपा देवी मेरे विद्यालय में वर्ष 2022 तक केयर टेकर थी। कोरोना काल में विद्यालय बंद हो गया। करीब चार वर्ष पहले दीपा ने एक बच्ची को बीमार व गरीबी बताकर मुझे पालन-पोषण के लिए दिया था। फोन से हमेशा हमलोगों के बात होती थी। मैं बच्ची को लेकर फुलवारी शरीफ भी देने भी गई। दीपा की बहन ने कहा कि आप ही इस बच्ची को रखिए। दीदी के पास खाने- पीने की दिक्कत है। जिसके बाद मैं बच्ची को लेकर आरा आ गई। तब से बच्ची हमारे पास है। तीन साल के बाद दीपा अब बच्ची को मांगने आ गई। क्या पता उसकी यह बच्ची है या नहीं। मैं बच्ची को लेकर चाइल्ड हेल्पलाइन भी गई थी। बच्ची तो दीपा देवी को पहचानती भी नहीं है।

 

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को मामला सौंपा नवादा थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि दो मां बच्ची पर दावा कर रही हैं। इसे अब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंप दिया गया है।

Kunal Gupta
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