बिहार के बेटों का कमाल,एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पीयूष ने गोल्ड और हुजैफा ने जीता सिल्वर
पटना।केरल के त्रिवेंद्रम में आज आयोजित नेशनल एथलेटिक्स 5वीं इंडियन ओपन 400 मीटर चैंपियनशिप 2024 में बिहार के दो लाल ने कमाल कर दिया है। 400 मीटर रन अंडर-18 कैटेगरी में पीयूष राज ने गोल्ड मेडल और 400 मीटर रन अंडर-20 कैटेगरी में हुजैफा कैसर ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। इस साथ ही आज दो मेडल बिहार की झोली में आई है।
रोहतास के पहाड़ों पर करते थे प्रैक्टिस
रोहतास के बंजारी गांव के पीयूष राज ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें बचपन से ही दौड़ का काफी शौक था। उनके गांव में एक भैया आर्मी की तैयारी कर रहे थे। उन्हीं के साथ 13 साल की उम्र में पीयूष ने भी आर्मी की तैयारी के लिए दौड़ना शुरू किया। वह रोहतास के पहाड़ों पर प्रैक्टिस करते थे। फिर उन्हें इस खेल के बारे में पता चला। तब तक पियूष दौड़ने में माहिर हो गए थे। फिर उन्होंने डिस्ट्रिक्ट और स्टेट लेवल पर एथलेटिक्स में हिस्सा लिया और दोनों में ही मेडल जीता।
मेस में पार्ट टाइम करते थे जॉब
पीयूष ने बताया कि उनके पिता की एक एक्सीडेंट में 8 साल पहले मौत हो गई थी जिसके बाद घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई थी। घर में कमाने वाला कोई नहीं था। उनकी मां जीविका के अंतर्गत श्रृंगार का दुकान चलाती है, जिससे घर का खर्च चलता है। पीयूष 2 साल पहले पटना आ गए थे और यहां पर वह मेस में पार्ट टाइम जॉब करने के बाद प्रैक्टिस करने जाते थे।
बिहार सरकार उठा रही ट्रेनिंग का खर्च
पीयूष बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण का शुक्रिया अदा करते हैं। उन्होंने कहा कि महानिदेशक के बदौलत ही वह कैंप कर रहे हैं और द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित रमेश के अंडर हैदराबाद में ट्रेनिंग ले रहे हैं। इस कैंप में 45000 हर महीने फीस लगती है, जिसका बिहार सरकार खर्च उठा रही है।4 साल पहले पीयूष ने एथलेटिक्स में अपने करियर की शुरुआत की थी। पीयूष ने अब तक डिस्ट्रिक्ट, स्टेट और नेशनल लेवल पर 40 मेडल जीता है जिसमें से 6 नेशनल मेडल हैं। पीयूष ने बताया कि वह आगे जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप आता है जिसके लिए वह तैयारी कर रहे हैं और इसमें मेडल जीतकर राज्य और देश का नाम रोशन करना चाहते हैं।