स्कूल को घर बनाने का एक और मामला… प्रधानाचार्य ने कमरे में बनाई रहने की व्यवस्था,ऐसे खुली पोल
पटना।जमुई)। स्कूल के कमरे को आशियाना बनाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिनों पूर्व ही खैरा प्रखंड में मामला सामने आने के बाद जिलाधिकारी राकेश कुमार ने विद्यालय का निरीक्षण किया था और महिला शिक्षक शीला हेंब्रम पर कार्रवाई की बात कही थी।इस मामले में अभी कार्रवाई पूरी कर भी न जा सकी की। ताजा मामला प्रखंड के नुमर पंचायत स्थित नवीन प्राथमिक विद्यालय मकतब केवाल का है। विद्यालय के प्रभारी मु. जमीरउद्दीन विद्यालय के नए भवन के ऊपरी तले में बने वर्ग को ही अपना आशियाना एक साल से बना लिया है।
‘विद्यालय को जमीन दिलवाने में प्रधानाचार्य की अहम भूमिका’
कमरे में बिस्तर, हीटर चूल्हा सहित किचन के सभी सामान रखा हुआ है। मानो यह क्लास रूम नहीं, किसी के रहने का ठिकाना हो। बताया जाता है कि प्रधानाचार्य अपने परिवार के साथ भी विद्यालय में बने आशियाना में बड़े आराम से रहते हैं।विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों का कहना है कि विद्यालय को जमीन दिलवाने में उनकी अहम भूमिका रही है। इसलिए वे यहां रहते हैं। इससे विद्यालय की भी सुरक्षा होती है।
बताया कि रात में नहीं रहने पर आसपास के लोग विद्यालय में ईंट-पत्थर फेंक देते हैं। इस मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी ने जब जानकारी ली गई तो वे अपने ऑफिस में कार्य करते रहे। उन्होंने किसी भी तरह की जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा।”