जिले के 7 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कॉपर टी लगाने की सुविधा उपलब्ध
Patna:
12 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों ने की शिरकत
जिला स्वास्थ्य समिति,एनयूएचएम एवं पीएसआई इंडिया के तत्वावधान में कार्यशाला का हुआ आयोजन
पटना- जिले में स्वास्थ्य सेवाओं तथा परिवार नियोजन सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर बैठक सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यशाला में जिले के 12 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों ने भाग लिया. बैठक सह कार्यशाला में मुख्य अतिथि पियूष रंजन, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य सेवाएं, ने बताया कि सभी प्रशिक्षु चिकित्सा पदाधिकारियों को पहले ही इसपर प्रशिक्षण दिया जा चुका है और यह बैठक सह कार्यशाला उन्हें अन्य स्वास्थ्यकर्मियों का क्षमतावार्धन करने की उद्देश्य से किया गया है. उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा पदाधिकारी मास्टर कोच की भूमिका में कर्मचारियों को उनकी विशिष्ट विभागीय चुनौतियों के लिए सर्वोत्तम समाधान निकलने के बारे में सलाह और मार्गदर्शन देना है. उन्होंने कहा कि मौजूदा बुनियादी ढांचे का विश्लेषण करना और प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और दक्षता बनाने में मदद करने के लिए सुधार लागू करना है. परिवार नियोजन सेवाओं को हाई इम्पैक्ट इंटरवेंशन के द्वारा बेहतर तरीके से संपादित किया जा सकता है.
7 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कॉपर टी लगाने की सुविधा उपलब्ध:
ज्ञात हो कि जिले के 7 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कॉपर टी लगाने की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. यूपीएचसी मारूफगंज, गर्दनीबाग 6 सी, जयप्रभा, झखरी महादेव, रुकनपुरा, आलमगंज एवं गुलजारबाग शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लाभार्थियों के लिए कॉपर टी लगाने की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है.
हर बुधवार परिवार नियोजन सेवाओं के लिए है सुनिश्चित:
मारूफगंज शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. माला श्रीवास्तव ने बताया कि सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रत्येक बुधवार को परिवार नियोजन की सेवाओं को देने के लिए सुनिश्चित किया गया है.
इस दिन ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवाएं मुहैय्या करायी जाती हैं.
सभी योग्य दंपत्तियों तक परिवार नियोजन की सेवायें पहुँचाना अनिवार्य:
पियूष रंजन, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक ने कहा कि परिवार नियोजन सेवाएं समुदाय तक पहुँचाना ही काफी नहीं है बल्कि इसे अपने दैनिक व्यव्हार में शामिल करने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि सभी योग्य लाभार्थियों तक परिवार नियोजन की सेवाओं को पहुँचाना अनिवार्य है.
कार्यशाला में शामिल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा परिवार नियोजन की सेवाओं को बेहतर तरीके से संपादित करने के लिए आंकड़ों का सही संवर्धन एवं स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के क्षमतावर्धन पर बल दिया गया.