शादी से मना कर दाे बहनों ने पढ़ने काे गांव छाेड़ा ताे लाेग देते थे ताना…दाेनों एक साथ बनीं दाराेगा
पटना।। बांका के अमरपुर बाजार की रहने वाली दाेनाें बहनें सब इंस्पेक्टर हैं। पूजा कोतवाली थाना और खुशबू पुलिस मुख्यालय में तैनात हैं। छह बहनाें में से तीन की शादी इंटर पास करने के बाद हाे गई थी। अब बारी खुशबू की थी। शादी की बात चलने भी लगी थी। तब खुशबू और पूजा ने माता-पिता से कहा-अभी हमें शादी नहीं करनी है। पढ़ाई करनी है। खुशबू इंजीनियरिंग करने चेन्नई चली गईं और पूजा बीसीए करने पटना आ गईं।
अब गांव वाले पिता काे ताना देने लगे-छह बेटियां हैं, शादी कैसे करेंगे? बेटियों को पढ़ाकर पैसा क्यों बर्बाद कर रहे हैं? डिग्री मिलने के बाद दोनों बहनों ने प्राइवेट नौकरी करने से मना कर दिया। पिता से कहा-सरकारी नौकरी की तैयारी करूंगी। दोनों बहनों का दिल्ली पुलिस में चयन हो गया तब पिता ने कहा कि वर्दी ही पहननी है तो बिहार पुलिस की पहनो और अपने राज्य की सेवा करो। इसके बाद दोनों बहनों ने वर्ष 2017 में पुलिस सब इंस्पेक्टर का फाॅर्म भरा और वर्ष 2019 में चयन हो गया।
पिता की अर्थी को कंधा दिया, श्राद्धकर्म भी िकया
पिता गिरिधर प्रसाद भगत अमरपुर बाजार में ही हार्डवेयर का व्यवसाय करते थे। मां आशा देवी गृहिणी हैं। दोनों बहनें राजगीर स्थित बिहार पुलिस एकेडमी में ट्रेनिंग कर रही थीं तभी 2020 में कोविड के दौरान पिता का हार्ट अटैक से निधन हो गया। बहनों ने ही पिता की अर्थी को कंधा दिया। पूजा ने ही श्राद्धकर्म किया और मुंडन भी करवाया। पूजा ने कहा-इस काम के लिए समाज के लोग मना कर रहे थे, लेकिन मैंने किया। मुझे समाज में यह संदेश देना था कि बेटियां भी बेटों का फर्ज निभा सकती हैं।