सीके नायडू अंडर 23 मे समस्तीपुर का लाल वैभव ने 12 चौके और 4 छक्केके साथ धुआंधार 91 रन बनाए
समस्तीपुर ।ताजपुर के वैभव सूर्यवंशी ने देहरादून में खेले गए सीके नायडू अंडर 23 मैच में बिहार की ओर से खेलते हुएउत्तराखंड के खिलाफ धुंआधारबल्लेबाजी की। 12 चौके और 4 धक्के की मदद से 72 गेंदों पर 91 रनबनाया। हालांकि बिहार की टीम 174रन ही बना पाई और मैच हार गई।लेकिन वैभव ने उत्तराखंड की बेहतरीन बॉलिंग का डटकर मुकाबला किया और तेजी से 91 रन बनाया। हालांकि वहशतक से चूक गए। लेकिन तूफानीबैटिंग से दर्शकों का भरपूर मनोरंजनकिया। बताते चलें कि ताजपुर के नन्हे क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी सबसे कम उम्रमें बिहार रणजी ट्रॉफी में अपना स्थान बनाकर भारतीय क्रिकेट इतिहास मेंरिकॉर्ड बना चुका है।
वैभव ताजपुर निवासी श्री उमेश प्रसाद सिंह के पौत्रऔर पूर्व क्रिकेटर संजीव सूर्यवंशी केद्वितीय पुत्र हैं। वैभव मात्र 6 साल कीउम्र से ही क्रिकेट सीखना शुरू करदिया था। मात्र 10 साल में ही बड़े बड़ेमैचों और टूर्नामेंट में वैभव शतक औरअर्धशतक लगा चुका है। वह पिछलेएक साल में बिहार के बड़े बड़े टूर्नामेंटमें 49 शतक और 3 दोहरा शतकलगाकर लोगों का ध्यान अपनी ओरखींचा। पिछले साल हुए बिहार केसबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट हेमन ट्रॉफी मेंमात्र 13 साल की उम्र में वैभव ने लीगऔर सुपर लीग मिलाकर सबसे ज्यादा670 रन बनाया जिसमें 3 शतक और3 अर्धशतक शामिल थे।
वैभव कीबल्लेबाजी के हुनर और कौशल कोदेखते हुए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन(बीसीए) ने तीन महीने पूर्व अक्टूबरमें अंडर 19 वीनू मांकड ट्रॉफी में बिहारकी टीम में चुना था। जहां वैभव ने 1शतक और 3 अर्धशतक की बदौलतबिहार की तरफ से सबसे ज्यादा 392रन बनाया था। वैभव के इस चमत्कारीप्रदर्शन को देखते हुए बिहार ने सी केनायडू के लिए चुन लिया जो बंगलौरमें खेला जा रहा था। उसी दौरान वैभवका सिलेक्शन चैलेंजर ट्रॉफी इंडिया Bके लिए हुआ जो असम के गोहाटी मेंखेला गया। इसके तुरंत बाद वैभव केबल्लेबाजी से प्रभावित होकर इंडियाके सेलेक्टर ने वैभव को अंडर 19इंडिया चतुष्कोणीय सीरीज के लिएचुना गया था।