Success Story;रिश्वत नहीं देने पर नहीं लगी सरकारी नौकरी:अब खेती कर 5 लाख तक कर रहे आमदनी
Success Story; Patna;गोपालगंज के फुलवरिया प्रखंड के श्रीपुर गांव निवासी किसान अशर्फी साह कभी सरकारी नौकरी करना चाहते थे। लेकिन सरकारी नौकरी के नाम पर हर जगह रिश्वत मांगी जाती थी। जो इनके वश की बात नहीं थी। जिसके कारण इन्होंने सरकारी नौकरी का ख्याल मन से हटाकर खेती की और आज लाखों रुपए की आमदनी कमाकर कर परिवार का भरन-पोषण कर रहे है।
दरअसल एक ओर जहां लोग सरकारी नौकरी की तलाश में इधर-उधर भटकते हुए नजर आ जाते है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग है। जिन्होंने नौकरी के तलाश शुरू की लेकिन नौकरी नहीं मिलने के कारण खुद का व्यवसाय कर अच्छी आमदनी कमा रहें है। इन्हीं लोगो में से एक है जिले के फुलवरिया प्रखंड के श्रीपुर गांव निवासी अशर्फी साह जिन्होंने ना सिर्फ खेती कर अच्छी आमदनी कमा रहें है।
1980 में मैट्रिक की परीक्षा पास
इस संदर्भ में अशर्फी साह ने पिछले दिनों की याद ताजा करते हुए बताया की वर्ष 1980 में मैट्रिक की परीक्षा पास की और इंटर में नाम लिखवाया। इंटर तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद परिवार की माली हालत को सुधारने के लिए नौकरी के तलाश में जुट गए। असर्फी ने यह सोच कर पढ़ाई किया था ताकि उसे सरकारी नौकरी मिल सके।
चाहत थी सरकार नौकरी कर परिवार का भरण पोषण करें और अच्छी आमदनी कमाए। इसको लेकर उन्होंने कई परीक्षाएं पास की। नौकरी की तलाश में असर्फी को काफी संघर्ष करना पड़ा। लेकिन नौकरी लगाने के नाम पर मोटी रकम की डिमांड की जाने लगी जो उनके वस की बात नही थी।
खेती कर कमा रहे पांच लाख रूपए सलाना
इसके बाद डेढ़ वर्ष तक अनौपचारिक पर छोटे-छोटे बच्चो को पढ़ाने का काम किया इस आशा पर की सरकारी नौकरी मिल जाएगी। लेकिन वह भी पूरा नहीं हो सका। काफी प्रयास के बाद जब नौकरी नहीं मिली हर जगह रिश्वत मांगे जाने लगे तब उन्होंने सरकार नौकरी के तमन्ना छोड़ कर खेती करने की ठान लीउन्होंने अपनी जमीन में गेहूं, सब्जियों की खेती शुरू की। धीरे-धीरे अशर्फी का मेहनत रंग लाने लगा उनकी खेती से उन्हें अच्छी उपज मिली। उन्होंने अपनी उपज को अच्छी कीमत पर बेचा। इससे उन्हें अच्छी आमदनी होने लगी। अशर्फी सिजनली खेती करते है। वर्तमान में उन्होंने करीब दो एकड़ में आलू की खेती के अलावा सरसो की खेती कर रहे है।
जिससे सालाना पांच लाख रुपए से अधिक की आमदनी कर रहे हैं। वे खेती से काफी खुश हैं। बहरहाल असर्फी की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सरकारी नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं। असर्फी ने दिखाया है कि खेती भी एक अच्छी आय का साधन है। अगर किसान लगन और मेहनत करें तो वे अच्छी आमदनी कर सकते हैं।