अब मुखिया को 5 हजार..उपमुखिया को ढाई हजार मिलेंगे: आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका का भी मानदेय बढ़ा
पटना।बिहार में मुखिया, उपमुखिया, पंच, सरपंच का मानदेय दो गुना तक बढ़ा दिया गया है। अब मुखिया को 5 हजार रुपए, उप मुखिया को ढाई हजार रुपए प्रतिमाह मिलेंगे। आंगनबाड़ी सेविका को 7 हजार और सहायिका को 4 हजार रुपए मानदेय मिलेगा।लोकसभा चुनाव से पहले सरकार का यह मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। सरकार के इस फैसले से दो लाख 35 हजार 148 पंचायत प्रतिनिधियों और 2.30 लाख आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को फायदा होगा।
एक दिन पहले ही पंचायत प्रतिनिधियों को सीएम नीतीश कुमार ने मिलने के लिए बुलाया था। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों ने मानदेय वृद्धि की मांग की थी। प्रतिनिधियों से मुलाकात के 24 घंटे के अंदर यह फैसला लिया गया है।
इसलिए मास्टर स्ट्रोक
नीतीश सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले यह फैसला किया है। एक तरह से यह सरकार का मास्टर स्ट्रोक है। बिहार में सीधे 4 लाख 57 हजार लोगों को फायदा होगा। यह आधे लोग ओपिनियन मेकर हैं।
राज्य में 2 लाख 25 हजार 148 पंचायत प्रतिनिधि हैं। इनमें से मुखिया, उपमुखिया, सरपंच और उपसरपंच 32 हजार 212 हैं। वार्ड सदस्य 1 लाख 268 हैं, इतने ही पंच हैं। इसके अलावा आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका 2.30 लाख है।
आंगनबाड़ी सेविका को अब 7 हजार, सहायिका को 4 हजार मिलेंगे
नीतीश सरकार ने आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मानदेय को भी बढ़ा दिया। दो दिन पहले ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधियों से भी सीएम मिले थे। इस दौरान उन्होंने मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी।अब आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 5 हजार 950 रुपए प्रति माह से बढ़ाकर 7 हजार रुपए प्रतिमाह और आंगनबाड़ी सहायिका का मानदेय 2 हजार 975 रुपए से बढ़ाकर 4 हजार रुपए किया गया है।
अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बताया कि सरकार के इस फैसले से बिहार सरकार पर 286 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। डॉ. सिद्धार्थ ने बताया सरकार के इस फैसले से 2 लाख 30 हजार 18 सेविका-सहायिका को फायदा होगा। बिहार में सेविका की संख्या 1 लाख 15 हजार 9 और इतनी ही सहायिका हैं।