समस्तीपुर सदर अस्पताल में मरीज की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा…तोड़फोड़,इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
समस्तीपुर सदर अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने गुरुवार सुबह जमकर हंगामा किया। लोगों के आक्रोश को देख डॉक्टर और कर्मी अस्पताल से फरार हो गए। बाद में पहुंची नगर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। तब जाकर परिजन शांत हुए और मृतक के शव को अपने साथ ले गए। मृतक महिला शहर के वार्ड 25 निवासी मोहम्मद मुन्ना अली की पत्नी अंजुम खातून(25) बताई गई है।
मृतक महिला के देवर मोहम्मद नसीम ने बताया कि रात करीब 10:30 बजे ठंड लगने के बाद उन्होंने अपनी भाभी अंजुम खातून को सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां डॉक्टरों ने इंजेक्शन और दवा दी गई थी। हालांकि इस दौरान रात में कई बार वह जाकर उसकी तबीयत के बारे में पूछताछ की। वह उसे देखने को कहा लेकिन डॉक्टर हीटर में बैठे हुए थे और एक बार भी मरीज को देखने नहीं आए।सुबह 7 बजे डॉक्टर ने कहा कि इसे ले जाइए लेकिन उनकी भाभी की तब तक मौत हो चुकी थी । उधर मौत की सूचना फैलते ही बड़ी संख्या में मृतक के परिजन सदर अस्पताल पहुंच गए और जमकर हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ भी की। लोगों के आक्रोश को देखते हुए डॉक्टर और कर्मी इमरजेंसी छोड़ फरार हो गए।
डॉक्टर और कर्मी पर लगाया लापरवाही का आरोप
मृतक के परिजनों ने इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर और कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि अगर रात में सही से मरीज का उपचार किया गया होता तो उनकी मरीज की मौत नहीं होती। परिजनों ने इस पूरे मामले में जांच की मांग की है।सदर अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़ की सूचना पर नगर थाने के अपर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार के नेतृत्व में पहुंची टीम ने हंगामा कर रहे लोगों को समझा बूझकर स्थिति नियंत्रित किया। हालांकि परिजन पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं हुए। स्थिति नियंत्रित होने के बाद मृतक का शव लेकर परिजन रवाना हो गए।
क्या बोले सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉक्टर एस के चौधरी ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। जांच उपरांत जो भी दोषी होगा उसे पर कार्रवाई की जाएगी ।हालांकि उन्होंने कहा कि अब तक के जांच में यह बात सामने आई है कि मरीज का उपचार यथासंभव किया गया था।