नियोजित शिक्षकों के लिए बिहार बोर्ड कर सकता है परीक्षा का आयोजन, 3.75 लाख शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा
पटना।बिहार के लगभग 3.75 लाख नियोजित शिक्षकों को सरकार ने राज्यकर्मी का दर्जा देने का निर्णय तो ले लिया है। लेकिन तमाम नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद ही राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा।इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। इस परीक्षा का आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति यानी बिहार बोर्ड के माध्यम से होगा या फिर एससीईआरटी के माध्यम से, जनवरी शुरू में यह तय हो जाएगा। इससे पहले नियोजित शिक्षकों की जो टीईटी या फिर एसटीईटी परीक्षा ली गई थी। वह एससीईआरटी के माध्यम से ली गई थी।
बिहार बोर्ड के माध्यम से ली जा सकती है परीक्षा
शिक्षा विभाग बिहार बोर्ड के माध्यम से परीक्षा लेने की तैयारी में लगा हुआ है। हालांकि अभी आने वाले जनवरी और फरवरी में बिहार बोर्ड को इंटरमीडिएट, मैट्रिक की परीक्षा के बाद एसटीईटी, विशेष शिक्षक पात्रता परीक्षा के बाद बीबोस और पूरक परीक्षा लेना है।
संभावना जताई जा रही है कि जून तक तमाम नियोजित शिक्षकों को इंतजार करना पड़ेगा और उसके बाद बोर्ड द्वारा उनके लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जा सकता है। नवंबर में विशिष्ट शिक्षक नियमावली पास हो जाता तो दिसंबर अंत तक या 15 जनवरी तक सक्षमता परीक्षा ले ली जाती। लेकिन नियमावली दिसंबर के अंतिम सप्ताह में पारित हुए हैं। इस कारण पौने चार लाख नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा देने के लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है।