अध्यक्ष पद से ललन सिंह की हो सकती है छुट्टी, जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज,कमान संभाल सकते हैं नीतीश
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आज जनता दल यूनाइटेड (JDU) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने जा रही है। ये मीटिंग दिल्ली के कंस्टीच्युशनल क्लब में होगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अफाक आलम ने बताया कि 11 बजे से 3 बजे तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। इसके बाद 4 बजे से राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी।
बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह समेत सभी बड़े नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। इससे पहले गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की और कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।
सूत्रों की माने तो नीतीश कुमार इस बैठक में जदयू के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की छुट्टी कर सकते हैं। उनकी जगह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान वे खुद संभाल सकते हैं।
वहीं, इस रेस में राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर और विजय चौधरी का भी नाम है। हालांकि, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और सीएम नीतीश कुमार ने इस्तीफे को खारिज कर चुके हैं। नीतीश कुमार ने गुरुवार को बताया था कि ये पार्टी की एक रूटीन मीटिंग है।
कार्यकारिणी की बैठक में तय करेंगे 2024 चुनाव की रूप रेखा
वरिष्ठ पत्रकारों की माने तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ये तय कर देंगे कि 2024 की लड़ाई में क्या स्टैंड लेने वाले हैं। आगे की लड़ाई किस रूप में लड़ने वाले हैं। किसके साथ कितना एडजस्ट करना है और कहां समझौता करना है। ये सब तय करके नीतीश कुमार आगे बढ़ेंगे।
सीट बंटवारे से लेकर टिकट बंटवारे तक की जिम्मेदारी अपने पास रख सकते हैं नीतीश
नीतीश कुमार किसी भी सूरत में पिछली गलती नहीं दोहराना चाहेंगे। विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे की जिम्मेदारी उन्होंने आरसीपी सिंह को दी, लेकिन उन्होंने नीतीश कुमार को धोखा दिया।अब लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे और कैंडिडेट सिलेक्शन की जिम्मेदारी किसी भी सूरत में अपने पास रखना चाहेंगे। ये अधिकार राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तरफ से ही दी जाती है। इस बैठक में नीतीश कुमार को इस चीज के लिए अधिकृत किया जा सकता है।
जब-जब बड़े निर्णय लेने होते हैं तो राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई जाती है
पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पहले से तय थी। लगभग 20 दिन पहले ही इसकी घोषणा कर दी गई थी कि 29 दिसंबर को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। लेकिन राष्ट्रीय परिषद की बैठक अचानक बुलाई गई है। पॉलिटिकल एक्सपर्ट की माने तो जेडीयू की तरफ से जब-जब बड़े निर्णय लिए जाते हैं तो कार्यकारिणी के साथ परिषद की बैठक भी बुलाई जाती है।
आरसीपी और ललन सिंह को अध्यक्ष बनाने के दौरान भी हुई थी राष्ट्रीय परिषद की बैठक
2021 में जब नीतीश कुमार ने पहली बार अपनी जगह आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था। उस दौरान भी राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई थी। इसके बाद जब ललन सिंह को औपचारिक रूप से 2022 राष्ट्रीय अध्यक्ष(दूसरी बार) बनाया गया था। तब इसकी स्वीकृति राष्ट्रीय परिषद से ली गई थी। इससे पहले जुलाई 2021 में केंद्रीय मंत्री बनने पर आरसीपी सींह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब उनके बाकी के कार्यकाल के लिए ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष (पहली बार) बनाया गया था।
जेडीयू की पहली राष्ट्रीय परिषद की बैठक 2003 में हुई थी। जब जॉर्ज फर्नांडिस और नीतीश कुमार की समता पार्टी और शरद यादव की लोक शक्ति पार्टी का विलय हुआ था। दोनों पार्टी को मिलाकर जनता दल यूनाइटेड का गठन हुआ था। उस वक्त राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई थी और सर्वसम्मति से विलय का निर्णय लिया गया था। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में शरद यादव को चुना गया था। राष्ट्रीय परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया था