एक करोड़ की जेवर लूट;बेगूसराय के रत्न मंदिर ज्वेलर्स में कस्टमर बनकर घुसे 4 बदमाश ने लुटा,स्टाफ को मारी गोली
बिहार के बेगूसराय में गुरुवार दोपहर रत्न मंदिर ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड में बड़ी लूट हुई है। लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने एक स्टाफ को पेट में गोली मार दी। उसकी हालत गंभीर है। शॉप के मालिक ने एक करोड़ के जेवर लूट की एफआईआर दर्ज कराई है।हालांकि घटना के तुरंत बाद 4 से 5 करोड़ लूट की बात कही गई थी।
जहां लूटपाट हुई है, वह शॉप भीड़-भाड़ वाले इलाके जीडी कॉलेज के पास है। बावजूद इसके अपराधियों ने इतनी बड़ी लूट को अंजाम दिया है।पुलिस सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी है। बताया जा रहा है कि दोपहर करीब 12:30 बजे शॉप खुलते ही दो लुटेरे कस्टमर बनकर आए। स्टाफ से ज्वेलरी दिखाने के लिए कहा। इसी दौरान दो लुटेरे और बैंक में घुस गए। चारों ने मिलकर लूटपाट शुरू कर दी।
इसी दौरान एक स्टाफ ने अलार्म बजा दिया। अलार्म बजाते ही लोगों की भीड़ जुटने लगी। बदमाश बैग लेकर भागने लगे तो पकड़ने की कोशिश करने पर दुकान के कर्मचारी उलाव निवासी मनीष कुमार को पेट में गोली मार दी।इस दौरान दो राउंड और फायरिंग की गई। फिर दो बाइक पर दो-दो बदमाश बैठकर भागने लगे। भीड़ को डराने के लिए पिस्टल भी तान दी और भाग निकले।
मौके पर से लुटेरे का एक बैग भी छूट गया है। वहीं एक खोखा भी पुलिस ने बरामद किया है। एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि रत्न मंदिर दुकान में लूट की घटना सूचना मिलते ही 10 मिनट के अंदर सभी लोग पहुंच गए, पूरी चेकिंग की गई है।इसी दौरान अलार्म बजने और लूट का विरोध करने पर अपराधियों ने काउंटर पर बैठे मनीष कुमार को गोली मार दी। उसका इलाज चल रहा है।सदर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है। टीम ने सभी एंगल पर जांच शुरू कर दी है। हाल फिलहाल में जो अपराधी जेल से छूटे हैं, उन सबकी जांच की जा रही है।
ज्वेलरी शॉप में लूट के बाद जांच करती पुलिस।
एसपी ने बताया कि डीएसपी की टीम को निर्देश को दिया गया है कि सभी एंगल पर जांच कर मामले का खुलासा किया जाए। दुकान मालिक के बयान पर प्राथमिक दर्ज होने पर पता चलेगा कि कितने की लूट हुई है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लूट के दौरान सायरन बजता रहा, लोगों को पता नहीं चला
बेगूसराय शहर में बिना कारण हूटर बजाने की प्रवृति के कारण रत्न मंदिर में डकैती के दौरान बजाये गए सायरन से लोग सचेत नहीं हुए। पुलिस नेता व अधिकारियों द्वारा बिना कारण हार्न की जगह सायरन बजाने की प्रवृति के कारण लुटेरों को लूट करने के बाद भागने में आसानी हुई। दरअसल शहर में पुलिस हार्न की जगह हूटर का इस्तेमाल करती है, साधारण जाम हटाने के लिए भी पुलिस, अधिकारी या वीआईपी की गाड़ी हूटर बजाती है।
जिसके कारण अब शहर में सायरन की आवाज को लोग बहुत ही हल्के में लेने लगे हैं। यही कारण है कि लूट के दौरान जब ज्वेलरी दुकान में सायरन बजी तो आस-पास के लोगों को लगा कि सड़क पर पुलिस की जीप जा रही होगी। पास के एक दुकान वाले ने बताया कि वे खाना खा रहे थे, तभी सायरन बजना शुरू हुआ, उन्हें लगा कि सड़क पर पुलिस जीप जा रही, लेकिन कुछ देर तक लगातार सायरन बजते रहने के कारण जब वे दुकान से बाहर निकले तो बाहर लूट हो चुकी थी तथा बदमाश भाग चुके थे। इसी प्रकार अन्य दुकानदारों ने बताया कि वे दुकान में ही थे, सायरन के बाद जब शोर हुआ तो बाहर निकले तब तक लूट हो चुकी थी।