रेल मंडल में स्टीम इंजन स्क्रैप के बाद अब स्लीपर चोरी का मामला उजागर
समस्तीपुर। समस्तीपुर रेल मंडल में स्टीम इंजन के स्क्रैप चोरी के बाद अब आरपीएफ ने स्लीपर चोरी के मामला का खुलासा किया है। इस मामले में रेलवे के कई अधिकारी लपेटे में आ सकते हैं। जब्त स्लीपर से पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर व समस्तीपुर मंडल के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। डीआरएम आलोक अग्रवाल ने भी जांच को लेकर टीम गठित कर दी है। मंडल के नरकटियागंज रेल क्षेत्र अंतर्गत भेलाही स्टेशन पर रेल अधिकारियों की मिलीभगत से नीलामी की आड़ में निर्धारित वजन से अधिक रेल कबाड़ की चोरी की घटना सामने आई। आरपीएफ ने रक्सौल में ही घेराबंदी करते हुए समस्तीपुर शहर के नगर थाना क्षेत्र के घोषलेन निवासी स्क्रैप ठेकेदार सह माल मालिक बद्री गोयनका को दो ट्रक ड्राइवर के साथ गिरफ्तार कर लिया। साथ ही दो ट्रक माल भी बरामद किया गया। इस मामले में तीनों आरोपित को जेल भेज दिया गया। इसमें रेल संपत्ति की चोरी से संबंधित मामले की प्राथमिकी दर्ज की। घटना उजागर होने के बाद रेलमंडल मुख्यालय में हड़कंप मच गया। रेल कबाड़ नीलामी की आड़ में होने वाली रेल संपत्ति की चोरी की यह पहली सबसे बड़ी घटना बताई जा रही है। 8664 किलो अधिक वजन का माल ले जाने का दर्ज हुआ मामला
आरपीएफ इंस्पेक्टर ऋतुराज कश्यप ने बताया कि बरामद रेल कबाड़ की नीलामी ईश्यु नोट के अनुसार 13,806 एमटी देनी थी। लेकिन दोनों ट्रकों पर माल का वजन 13,306 एमटी दर्शाया गया था। जबकि इनके द्वारा 21,970 एमटी दोनों ट्रकों में लोड करके ले जाया जा रहा था। दोनों ट्रकों में रेलवे ईशु नोट में अंकित वजन से 8664 किलोग्राम अधिक वजन था। जिसका मूल्य 69,312 रुपये आंका गया है। अधिक माल ले जाने का नहीं मिला वैध प्रमाण :
स्क्रैप माल मालिक द्वारा रेलवे ईशु नोट में अंकित माल से अधिक माल के संबंध में कोई वैध प्रमाण नहीं दिया गया। यह रेल अधिकारियों व स्क्रैप खरीदार की मिलीभगत से रेलवे की संपत्ति चोरी कर रेलवे को राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा था। इसको लेकर रेलवे की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार तीनों को जेल भेज दिया गया।