Monday, November 25, 2024
Samastipur

Samastipur में मॉडल अस्पताल का शुरू हुआ निर्माण:एक ही छत के नीचे मरीजों को मिलेगी सभी प्रकार की सुविधा

Samastipur सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल बनाने की कवायद शुरू हो गई है। सदर अस्पताल के पुराने पार्क , डायलिसिस सेंटर व केंद्रीय दवा भंडाल गृह को तोड़कर नया भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। 40 करोड़ की लागत से बनने इस अस्पताल का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करीब तीन वर्ष पूर्व की थी। यह अस्पताल में 500 बेड होगा। जहां एक ही छत के नीचे मरीजों को सभी प्रकार की सुविधा मिलेगी।

 

 

एक ही छत के नीचे लेबर रूम, ओटी, पेइंग वार्ड, लिफ्ट, रैंप का निर्माण कराया जाएगा। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ गिरीश कुमार ने बताया कि मॉडल अस्पताल का भवन पांच मंजिला होगा। भवन में लिफ्ट लगायी जाएगी। जिससे मरीजों को परेशानी नहीं हो।

 

 

 

गंभीर मरीजों को पटना रेफर करने की नहीं होगी जरूरत

 

सदर अस्पताल के डेवलपमेंट होने पर मरीजों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी। सीएस ने बताया कि लिफ्ट और रैंप बन जाने के बाद मरीजों को लाने ले जाने में काफी सुविधा होगी। खासकर सिजेरियन पेशेंट के लिए बहुत बड़ी सुविधा होगी। हॉस्पिटल में 20 बेड का आईसीयू भी बनाया जाएगा। जहां गंभीर मरीजों को बेहतर उपचार के लिए रखा जाएगा। डॉक्टर और कर्मचारी की संख्या भी बढ़ेगी साथ ही अन्य मेडिकल कर्मियों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे गंभीर मरीजों को रेफर करने का झंझट भी खत्म हो जाएगी। इससे गंभीर मरीज को पटना, दरभंगा रेफर करने का झंझट भी खत्म हो जाएगा। यहां मेडिकल कॉलेज की तरह सुविधा मिलेगी।

 

इमरजेंसी और ओपीडी को भी डेवलप करने की है योजना

 

वर्तमान में मॉडल ओटी, 10 बेड का पेइंग वार्ड, शौचालय, मॉडल किचन, लॉन्ड्री रूम, पार्किंग एरिया, वेटिंग एरिया को डेवलप करने के साथ-साथ लिफ्ट और रैंप का भी निर्माण किया जाएगा। । इसके अलावा इमरजेंसी और ओपीडी को भी डेवलप किया जाएगा।

 

डॉक्टर और नर्स की संख्या बढ़ेगी

 

सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित करने पर डॉक्टर, नर्स के अलावा पारा मेडिकल कर्मी एवं अन्य मेडिकल कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। सदर अस्पताल में अभी कुल मिलाकर 40 डॉक्टर हैं। अस्पताल को विकसित किए जाने के बाद डॉक्टरों की संख्या 50 से अधिक होगी। वहीं नर्स की संख्या भी 100 की जाएगी।

 

दो बार बदला गया है मॉडल अस्पताल का नक्शा

 

यहां बता दें कि सदर अस्पताल में मॉडल अस्पताल निर्माण को लेकर दो बार नक्शा में परिवर्तन किया गया है। मिशन 60-day अभियान के बाद पहुंचे हेल्थ सेक्रेटरी ने सदर अस्पताल के पुराने भवन के पीछे स्थित पार्क जिला दबाव भंडार केंद्र और डायलिसिस सेंटर को दूसरे जगह पर शिफ्ट करने का आदेश दिया था जिसके बाद इन दोनों केंद्र के लिए सदर अस्पताल के पुराने भवन को तोड़कर वहां पर नया केंद्र बनाया गया है।

 

20 बेड का होगा आईसीयू

 

मॉडल अस्पताल में 20 बेड का आईसीयू होगा। जहां चौबीस घंटे डॉक्टर व अन्य कर्मी अलग से उपलब्ध रहेंगे। ताकि मरीजों का संपूर्ण निगरानी हो सके। अभी सदर अस्पताल में एक भी आईसीयू बेड नहीं है। कोरोना के दौरान दो बेड लगाया गया था लेकिन टेक्नीशियन नहीं रहने के कारण बेड बेकार पड़ा है। अब खराब होने की स्थिति में हैं।

Kunal Gupta
error: Content is protected !!