यौन उत्पीडन पर जानकारी के लिए कार्यशाला का हुआ आयोजन
Patna;बिहारशरीफ..टाउन हॉल बिहारशरीफ में महिला एवं बाल विकास निगम, नालंदा एवं जिला प्रशासन नालंदा की ओर से स्कूली छात्राओं एवं कॉलेज की छात्राओं को कार्यस्थल पर यौन उत्पीडन प्रतिषेध अधिनियम, 2013 की जानकारी देने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यशाला में सर्वप्रथम रीना कुमारी, नोडल पदाधिकारी, महिला एवं बाल विकास निगम, नालंदा द्वारा विशाखा गाइडलाइन्स एवं इस अधिनियम के बारे में जानकारी दी गयी. छात्राओं को बताया गया कि यौन उत्पीडन होने पर चुप न रहे, उनका विरोध करें एवं इस अधिनियम के संचालन के लिए जिला आंतरिक शिकायत समिति एवं स्थानीय शिकायत समिति में शिकायत दर्ज करें.
प्राप्त शिकायतों की जांच गोपनीयता रखते हुए 90 दिनों में करना अनिवार्य होता है. छात्राओं को बताया गया कि यौन उत्पीडन में सिर्फ शारीरिक दुराचार ही नहीं, बल्कि अश्लील इशारे करना, घूरना, कपड़ों पर कमेंट करना, भद्दे संवाद बोलना, भद्दे चित्रों एवं चलचित्रों का प्रदर्शन करना भी आता है. यह अधिनियम संगठित एवं असंगठित सभी क्षेत्रों में लागू होता है. नालंदा जिला अंतर्गत सभी कार्यालयों में आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया गया है.
कार्यशाला में सचिव, विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा बताया गया कि यौन उत्पीडन पर संबंधित कोई भी समस्या होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार निशुल्क क़ानूनी सहायता प्रदान करता है. उन्होंने छात्राओं को झिझक एवं चुप्पी तोड़ने की सलाह दी.
सहायक समाहर्ता, दिव्या शक्ति ने छात्राओं को बताया कि कोई भी समस्या उत्पन्न होने पर घर में खुलकर बात करें, चुप न रहें एवं आवश्यकता पड़ने पर स्थानीय थाना में शिकायत करें. अन्य दोस्तों से भी आज की कार्यशाला में बताई गयी बातों की चर्चा करें. अत्याचार का प्रारंभ से ही विरोध करें. कार्यशाला में महिला थाना प्रभारी द्वारा बताया गया कि सभी थाने में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है.
यहाँ आप सभी अपनी बातों को रख सकते हैं. अगर कोई समस्या हो तो 112 पर डायल कर सकते हैं. इससे पुलिस आपकी सहायता करेगी.
कार्यशाला में वीणा पिरामल की सदस्यों ने छात्राओं को “गुड टच बैड टच” की जानकारी दी. जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आई.सी.डी.एस ने छात्राओं को साइबर अपराध एवं इससे बचाव की जानकारी दी. उन्होंने महिला हेल्पलाइन नंबर 181 की भी जानकारी दी.
कार्यशाला में ममता कुमारी, अध्यक्ष आंतरिक स्थानीय आंतरिक शिकायत समिति, थाना प्रभारी, महिला थाना, सदर अनुमंडल की सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिकाएं, वन स्टॉप सेंटर के परामर्शी संजय कुमार, जिला परियोजना प्रबंधक प्रेम प्रकाश एवं देवसरन महिला कॉलेज, नालंदा महिला कॉलेज, कन्या उच्च विद्यालय, सोहसराय, एस.एस.बालिका उच्च विद्यालय के शिक्षक तथा लगभग 300 स्कूली छात्राएं उपस्थित थीं.