Wednesday, January 22, 2025
Samastipur

संत जोसेफ्स बीएड कॉलेज मे मनाया गया राष्ट्रीय शिक्षा दिवस,वक्ताओं ने कहा दिल से दी गई शिक्षा समाज में क्रांति ला सकती है 

दलसिंहसराय संत जोसेफ्स मिश्री सिंह विश्वमोहिनी मेमोरियल शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय(Dalsingsarai Sant Josephs Misri Singh Vishwamohini Memorial Teacher Training College)के सभागार में देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद” की जयंती “राष्ट्रीय शिक्षा दिवस” के रूप में मनाया गया.कार्यक्रम की शुरुआत श्री आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर किया गया. तत्पश्चात गणेश वंदना से व्याख्याता राजेश कुमार राजन के द्वारा प्रारंभ किया गया.अध्यक्षता व्याख्याता डॉ. सरिता कुमारी ने व मंच संचालन व्याख्याता इसत्याक हुसैन के द्वारा किया गया.बी.एड. प्रथम वर्ष के प्रशिक्षु विशाल कुमार, सुमित कुमार, कुमारी मधुमिता, सुहानी भारती के द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया गया.

 

 

 

 

इस अवसर पर व्याख्याता ऋतुराज पाण्डेय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की थीम “एक सतत् भविष्य के लिए अभिनव शिक्षा” रखी गई है. इस थीम के जरिये शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को बढ़ावा देने और एक टिकाउ भविष्य के निमार्ण में शिक्षा की भूमिका अहम होगी.व्याख्याता डॉ. होमा प्रवीनं ने कहा कि आजाद जी भारत की शिक्षा नीति को मजबूत करने के लिए अथक प्रयास किया.देश के लिए अतुलनीय योगदान के लिए मौलाना आजाद को भारत रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया.

 

 

 

व्याख्याता अनुराधा कुमारी ने कहा कि दिल से दी गई शिक्षा समाज में क्रांति ला सकती है.शिक्षा ही सफलता का मूल आधार है.व्याख्याता इसत्याक हुसैन ने कहा कि आजाद जी ने साहित्य में शोध को बढ़ावा दिया.

 

 

 

व्याख्याता राजेश कुमार राजन ने कहा कि मौलाना जी तकनीकी टर्म्स का हिन्दी में बड़े पैमाने पर संग्रह कराया. इस अवसर पर व्याख्याता प्रियंका कुमारी,वंदना कुमारी, रेखा कुमारी, कुमारी अमन, चन्द्रहास सिंह यादव, विनोद कुमार मौर्या, पंकज कुमार, बिकास कुमार ने अपना विचार रखा.इसके पाश्चात प्रशिक्षुओं ने भी अपना-अपना विचार रखा. धन्यवाद ज्ञापन विनोद कुमार मौर्या ने किया.इस अवसर पर नरेन्द्र चौधरी, रजनीश कुमार, अजीत कुमार इत्यादि उपस्थित थे.

Kunal Gupta
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