बाल विज्ञान कांग्रेस में बाल वैज्ञानिकों का नेशनल लेवल पर किया गया चयन,किया गया सम्मानित
Samastipur: बेगूसराय के नावकोठी प्रखंड मुख्यालय अवस्थित बीपीएस पब्लिक स्कूल नावकोठी के बाल वैज्ञानिकों का 31 वी बाल विज्ञान कांग्रेस में नेशनल लेवल पर चयन होने पर क्षेत्र में हर्ष है।शिक्षा प्रेमियों ने बाल वैज्ञानिक के टीम लीडर करिश्मा कुमारी, सहयोगी दीप्ति देवयानी, निर्देशक विज्ञान शिक्षक सुदामा कुमार प्रसाद, प्रिंसिपल डॉ अरविंद कुमार, भ्वाइस प्रिंसिपल सुशील कुमार, जिला संयोजक हर्षवर्धन कुमार ,डा सुरेशप्रसाद सिंहसहित विद्यालय परिवार को बधाई दी तथा बाल वैज्ञानिकों के स्वर्णिम भविष्य की मंगलकामना की।तुलसी:अनु प्रयोगात्मक परीक्षण एवं वैज्ञानिक विश्लेषण पर परियोजना का सफल प्रदर्शन किया।
बाल वैज्ञानिकों ने प्रदर्शन के क्रम में बताया कि धार्मिक आस्था , सांस्कृतिक विरासत और वैज्ञानिक चेतना के संतुलित समायोजन से समाज और राष्ट्र समृद्ध होता है।अतः इसके समन्वित सम्मिलन से ही अपेक्षित परिणाम प्राप्त कर व्यष्टि एवं समष्टि को उत्तम स्वास्थ्य और आरोग्य प्रदान किया जा सकता है।उपर्युक्त लक्ष्यों को ही समर्पित हमारी परियोजना है। पुरातन काल से ही तुलसी का सामाजिक, सांस्कृतिक और अध्यात्मिक महत्व तो सर्वविदित है, किन्तु औषधीय महत्व को प्रतिपादित करना अभी भी शेष है।
अतएव तुलसी को आम जीवन में औषधीय महत्व दिलाने के लिए इसकी वैज्ञानिकता का नवाचारी प्रयोग और इसका प्रचार प्रसार अत्यावश्यक है।इसमें लिनेकूल, कैरीन,साइडल,कैम्फीन जैसे रासायनिक तत्व पाये जाने के कारण एंटी वैक्टिरल, एंटी वायरल, एंटी फंगल शक्तियां हैं।