समस्तीपुर जंक्शन का शुरु हुआ कायाकल्प,24 करोड़ से बनेगा 5 मंजिला भवन
Samastipur News।अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत समस्तीपुर जंक्शन के सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू हो गया है। 24 करोड़ रुपए की लागत से जंक्शन के लिए पांच मंजिला नया भवन बनेगा। इसको लेकर रेलवे यांत्रिक कारखाना में 100 फीट चौड़ी जमीन ली जा रही है। भवन निर्माण को लेकर कारखाना के अंदर शेड को तोड़ने का कार्य शुरू कर दिया गया है। हालांकि इसके साथ ही कारखाना के कर्मियों को रोष भी बढ़ने लगा है। रेलवे कर्मियों का कहना है कि स्टेशन का विकास होना चाहिए लेकिन इसके साथ ही कारखाना का भी विकास हो। कभी जगह अभाव बता कर रेलवे बजट में आवंटित पीओएच (पुराने माल डब्बा को फीर से नया बनाना) कार्य अब तक स्थगित है। इसके लिए रेलवे प्रशासन को जगह उपलब्ध करा कर यहां जल्द से जल्द पीओएच कार्य शुरू किया जाना चाहिए।
12 मीटर चौड़ा एफओबी का निर्माण कराया जाएगा
समस्तीपुर स्टेशन पर 24 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वर्तमान स्थिति से अलग पांच मंजिला भवन बनेगा। 12 मीटर चौड़ा एफओबी का निर्माण कराया जाएगा। कारखाना की ओर नया स्टेशन बिल्डिंग बनेगा। जिसके लुक को एतिहासिक बनाया जाएगा। सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। दो जनरल क्लासा वेटिंग हॉल के साथ ही एक अपर क्लाश का वेटिंग हॉल नई बिल्डिंग में बनेगा। स्टेशन की पूरी पार्किंग एरिया 5825 स्क्वायड मीटर की होगी। आधुनिक शौचालय वेटिंग हॉल के साथ बनेगा।
5 लिफ्ट के अलावा 4 एसकेलेटर लगेंगे
स्टेशन पर 5 लिफ्ट के अलावा 4 एसकेलेटर लगेंगे। नया एंट्री गेट बनाया जाएगा। स्टेशन डिजिटल घड़ी भी लगाई जाएगी। सुरक्षा ख्याल से सीसीटीबी कैमरा भी लगाया जाएगा। स्टेशन बिल्डिंग के बाहरी सरफेस को ऐतिहासिक बनाया जाएगा। प्लेटफार्म पर कोंच एडिकेशन बोर्ड लगाया जाएगा। इसके साथ ही सभी प्रकार की यात्री सुविधाओं का विकास किया जाएगा। दो सालों के अंदर कार्य को पूरा करना है।
कारखाना के कर्मियों की मांग
ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस के कारखाना शाखा सचिव अरविंद कुमार ने कहा कि स्टेशन का विकास होना चाहिए। इससे समस्तीपुर का विकास होगा। साथ ही रेलवे यांत्रिक कारखाना का भी विकास होना चाहिए। क्योंकि आज स्टेशन बिल्डिंग के लिए कारखाना की जमीन ली जा रही है। लेकिन कुछ वर्ष पूर्व कारखाना में पीओएच कार्य रेल बजट में आवंटित किया गया था।
इसके लिए 64 करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया गया। लेकिन पीओएच कार्य इस लिए शुरू नहीं किया जा सका क्योंकि मुख्यालय से आई कमेटी ने कहा कि कारखाना में जगह का अभाव है। कारखाना में पहले से ही कम जगह है ऐसी स्थिति में इसे बंद करने की साजिश रची जा रही है। कारखाना को पीओएच कार्य के लिए जगह उपलब्ध कराया जाए। यहां के कर्मी संशय की स्थिति में हैं। हालांकि रेलवे प्रशासन ने कारखाना के बंद किए जाने की आशंका को खारिज किया है।