लावारिस बच्चों को शिक्षित करेगी रेल पुलिस,समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर पाठशाला की शुरूआत,महिला सिपाही व पुलिस पदाधिकारी बने शिक्षक
समस्तीपुर रेल पुलिस नशाखुरानी, अटैची लिफ्टर को पकड़ने के साथ ही स्टेशन व आसपास में रहने वाले लावारिस व अनपढ़ बच्चों को शिक्षित भी करेगी। इसके लिए पुराने रेलवे थाना भवन में रेल पुलिस पाठशाला का संचालन बुधवार से शुरू किया गया। रेल डीएसपी नवीन कुमार ने 50 से अधिक बच्चों को पठन-पाठन सामग्री का वितरण कर स्कूल की शुरुआत की।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि रेल पुलिस कर्त्तव्य के साथ ही सामाजिक दायित्व का भी निर्वहन करेगी। रेल एसपी के निर्देशानुसार स्टेशन व आसपास में रहने वाले बच्चों को शिक्षित कर उनका नामांकन स्कूलों में कराने का काम करेगी। इसके साथ बच्चों को स्कूल बैग व अन्य पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराएगी। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बच्चों से कहा कि शिक्षा से बड़ा कोई भी हथियार नहीं हो सकता। जीवन में बढना है तो पढना पड़ेगा।
महिला सिपाही व पुलिस पदाधिकारी बन रहे शिक्षक
इस स्कूल में बच्चों को रोज आने को कहा गया है। बच्चों को ड्यूटी ऑफ होने के बाद महिला सिपाही के साथ ही पुलिस पदाधिकारी अपनी इच्छा से स्कूल में शिक्षक की भूमिका निभाएंगे। डीएसपी ने बताया कि इसके स्ड्यूल तैयार किया जा रहा है। डीएसपी ने बताया कि अभी इस विद्यालय में 50 के करीब बच्चे हैं। पहला उद्देश्य बच्चों को शिक्षित बनाकर उसे स्कूल भेजने लायक बनाना है।
इस स्कूल में खास कर स्टेशन परिसर व रेलवे लाइन पर बोल आदि में रहने वाले बच्चों को चिह्नित कर शामिल किया गया है। इसके साथ ही शहर के मालगोदम के पास रहने वाले भिखारियों के बच्चों को भी बुलाकर लाया गया है। ताकि उन्हें शिक्षित कर स्कूल भेजा जा सके।