Wednesday, November 27, 2024
Darbhanga

दरभंगा एयरपोर्ट बनेगा अंतर्राष्ट्रीय मानक का एयरपोर्ट:नवंबर तक जारी होगा टेंडर,920 करोड़ की लागत से बनेगा मॉर्डन

दरभंगा एयरपोर्ट सलाहकार समिति के चेयरमैन सह स्थानीय सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर ने नई दिल्ली में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन संजीव कुमार एवं ज्वाइंट सेक्रेटरी असंगबा चूबा आओ से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि लगभग 920 करोड़ की लागत से 54 एकड़ भूमि पर सभी मॉडर्न सुविधा से युक्त अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार पूर्णतः वातानुकूलित एयरपोर्ट के निर्माण हेतु टेंडर प्रक्रियाधीन है, जो नवंबर तक पूरा हो जाएगा।

 

उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट का डीपीआर बनाया जा चुका है। सांसद ने कहा कि चौबीस एकड़ में पांच करोड़ की लागत से कैट वन लाइटिंग का कार्य तीव्र गति से जारी है और जल्द ही लोगों को इस सुविधा का लाभ मिलना प्रारंभ हो जाएगा।

 

 

2020 में शुरू हुई थी सेवा

 

सांसद डॉ ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार महत्वाकांक्षी उडान योजना के तहत 8 नवंबर 2020 से दरभंगा एयरपोर्ट से यात्री विमान का परिचालन प्रारंभ किया था। वर्षों बीत जाने के वाबजूद बिहार सरकार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा इस एयरपोर्ट के विस्तार के लिए जमीन देने में आनाकानी करते रहे,परंतु जनता की मांग और केंद्र सरकार के दवाब के चलते 05 जून 2023 को दरभंगा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए एएआई और बिहार सरकार के बीच 78 एकड़ जमीन को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ।

 

जबकि घमंडिया गठबंधन के मंत्री नेता दस महीना पूर्व जमीन देने का ढिंढोरा पीट कर लोगों के बीच भ्रम फैलाते हुए सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि जिस दिन 78 एकड़ जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को प्राप्त हुआ, उसके अगले दिन से केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय द्वारा दरभंगा एयरपोर्ट के विस्तार हेतु 920 करोड़ की लागत से डिटेल्स फिजीबिलिटी रिपोर्ट बनाने का कार्य प्रारंभ कर दिया था, जो अब पूर्ण हो चुका है।

 

 

केंद्रीय मंत्री के साथ दरभंगा के भाजपा सांसद।

सांसद डॉ ठाकुर ने कहा कि प्रारंभ काल से लेकर अब तक यह एयरपोर्ट यात्री उड़ान के मामले देशभर में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। सीमित संसाधन के वाबजूद अब तक लगभग साढ़े सोलह लाख से अधिक यात्री इस एयरपोर्ट से आवागमन का लाभ उठा चुके है।उन्होंने कहा कि 8 नवंबर 2023 को स्पाइस जेट का आरसीएस खत्म हो जाएगा, इसके पश्चात अन्य एयरलाइन कंपनी यहां से अपने विमानों का परिचालन कर सकेगी।

 

365 दिन कार्गो सेवा उपलब्ध होगा

 

सांसद ने कहा कि आज के बैठक में उन्होंने दरभंगा एयरपोर्ट से 365 दिन कार्गो सेवा उपलब्ध कराने को लेकर भी चर्चा किए। उन्होंने कहा की बीते वर्ष उनके द्वारा वर्तमान टर्मिनल बिल्डिंग पर कार्गो सेवा का शुभारंभ किया गया था और शुभारंभ के पश्चात कई टन लीची सहित अन्य स्थानीय उत्पाद का निर्यात भी किया गया है। जिससे किसानों को काफी फायदा हुआ है।

 

सियासी अखाड़ा बनाया गया था

 

सांसद ठाकुर ने कहा कि जो लोग लंबे समय से दरभंगा एयरपोर्ट को राजनीति का अखाड़ा बनाकर इसका इस्तेमाल आरोप प्रत्यारोप के लिए कर रहे थे, उनके इरादों पर मोदी सरकार द्वारा वर्ष 2020 में पानी फेर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बिहार के घमंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री बीते 32 साल से मिथिला के लोगों को सिर्फ ठगने का काम किया है। बिना किसी संसाधन के केंद्र सरकार ने यहां से हवाई यात्रा प्रारंभ कर उत्तर बिहार को ऐतिहासिक सौगात देने का कार्य किया था।

 

कई वर्षों में मिली जमीन

 

बिहार सरकार की उदासीनता और मिथिला के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया के कारण कई वर्षों से इसके विकास और विस्तार हेतु बिहार सरकार द्वारा जमीन उपलब्ध नही कराया जा रहा था,जिस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। सांसद ने कहा कि जहां बगल के राज्य उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार द्वारा अयोध्या एयरपोर्ट के लिए 800 एकड़, कुशीनगर एयरपोर्ट के लिए 700 एकड़, नोएडा में एयरपोर्ट निर्माण हेतु 1200 एकड़ जमीन तुरंत उपलब्ध करा दिया गया।

 

वहीं बिहार सरकार इस एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 78 एकड़ जमीन देने में कई वर्ष लगा दी वहीं बिहार में अन्य एयरपोर्ट निर्माण के लिए अब तक जमीन नही उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा दरभंगा एयरपोर्ट पर सिविल एविएशन की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है,परंतु कई बार अनुरोध के वाबजूद बिहार सरकार द्वारा अभी तक वहां मौजूद जंगली जानवर को नहीं हटाया गया है वहीं दिल्ली मोड़ से एयरपोर्ट द्वार तक सीसीटीवी कैमरा भी नही लगाया गया है,तथा एयरपोर्ट पर उचित पार्किंग की व्यवस्था नही किया गया है।

 

 

2.3 एकड़ भूमि पर सिविल एनक्लेव

 

सांसद डॉ ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने भारतीय वायु सेना से लीज पर प्राप्त 2.3 एकड़ भूमि पर सिविल एनक्लेव का निर्माण किया है वहीं 2.42 एकड़ भूमि पर 36 करोड़ की लागत से नए टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण भी तेज गति से जारी है, और अगले कुछ महीने में बनकर तैयार हो जाएगा।

 

उन्होंने कहा कि वर्तमान टर्मिनल बिल्डिंग परिसर में सीसीआर बिल्डिंग बनकर तैयार हो चुका और जल्द ही इसका शुभारंभ होगा। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के मंत्री और नेता को दरभंगा सहित मिथिला में लगाए गए उद्योग एवं विकास परियोजना का विस्तृत विवरण आम जनता के बीच सार्वजनिक करना चाहिए, सिर्फ हवा हवाई बातें करने वालों को जनता माफ नही करती है।

 

सांसद डॉ ठाकुर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रथम फेज में दरभंगा एयरपोर्ट के विकास पर 120 करोड़ रुपया खर्च किया जा चुका है। जिसमे रनवे, टैक्सी ट्रैक, एप्रन सहित अन्य संबद्ध कार्यों का सुदृढ़ीकरण, ग्राउंड लाइटिंग, आरडबल्यूवाई शोल्डर्स, रेसा और वीएफआर से आईएफआर एवं ब्लास्ट पैड, सीसीआर भवन निर्माण, आईटीबी का विस्तार, डिस्पर्सल एरिया से टर्मिनल बिल्डिंग तक कनेक्टिंग सड़क,टर्मिनल भवन निर्माण, विविध सिविल कार्य, कूलिंग पिट निर्माण, वीआईपी कक्ष एवं एएआई कार्यालय, विविध विद्युत इत्यादि कार्य शामिल है।

Kunal Gupta
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