कल से शुरू होगा मिशन इंद्रधनुष 5.0 का दूसरा चक्र, तैयारी पूरा
पटना।सासाराम/। गर्भवती महिलाओं के साथ 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारी से बचने के लिए सोमवार से मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान के दुसरे चक्र जय शुरुआत किया जाएगा। अभियान का पहला चरण 11 सितंबर से 17 सितंबर तक चलाया गया था। अभियान के दौरान छूटे हुए बच्चों के साथ साथ गर्भवती महिलाओं को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए अभियान का दूसरा चरण कल से शुरू हो रहा है जो 14 अक्टूबर तक चलेगा। अभियान के माध्यम से टिका से वंचित हुए बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीकाकृत किया जाता है। मिशन इंद्रधनुष भी एक ऐसा ही अभियान है जिसमें टीका से वंचित 5 वर्ष से कम बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की पहचान करके टीकाकरण किया जाता है। इस अभियान के लिए पहले ही ऐसी गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों की लाइन लिस्टिंग कर ली गई है और कल से शुरू इस अभियान के दूसरे चरण में टीकाकरण किया जाना है। वही अभियान को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। टीकाकरण के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण भी प्रदान कर दिया गया है साथ ही अभियान को लेकर जागरूकता लाने के लिए विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केदो से जागरूकता रैली भी निकाला जा रहा है।
1187 सत्रों पर चलेगा अभियान
मिशन इंद्रधनुष अभियान 5.0 के दूसरे चक्र को सफल बनाने के लिए रोहतास जिले में 1187 सत्र बनाए गए हैं। दूसरे चक्र के लिए जिले में 8907 बच्चे एवं 2213 गर्भवती महिलाओं को लक्षित किया गया है। इसकी जानकारी देते हुए डीआईओ डॉक्टर आर के पी साहू ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान तीन चक्रों में पूरा होगा। अभियान का पहला चक्र 11 सितंबर से 16 सितंबर तक चलाया गया। उसके बाद दूसरा चक्र 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक चलाया जाएगा एवं तीसरा तथा अंतिम चक्र 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत टिका से वंचित सभी बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीकाकृत करके प्रतिरक्षित किया जाएगा। डीआईओ डा आर के पी साहू ने बताया कि अभियान के प्रथम चक्र में रोहतास जिले को बेहतर सफलता मिली थी। इस अभियान में लक्ष्य से अधिक लोगों को लाभान्वित किया गया था। उन्होंने बताया कि दूसरे चक्र के लिए भी लक्षित लोगों तक पहुंचाने के लिए टीम की तैयारी कर ली गई है। कोशिश रहेगी की इस बार भी छूटे हुए 5 साल से कम उम्र के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पूर्ण रूप से टीकाकृत कर दिया जाए।
चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान
यूनिसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर ने बताया कि 5 वर्ष से कम बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए कई टिके दिए जाते हैं जो काफी महत्वपूर्ण होते हैं। उन्होंने बताया कि टीका से वंचित बच्चों को कई जन्मजात बीमारियां भी हो जाती है तथा कई बच्चों की मृत्यु भी हो जाती है, इसलिए 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लिए कई टिके लगाए जाते हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को भी टिके दिए जाते हैं। असजद इकबाल सागर ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए यूनिसेफ के सहयोग से लगातार जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पोस्टर, बैनर के साथ-साथ रैली के माध्यम से लोगों को मिशन इंद्रधनुष के तहत दी जाने वाली टिके की जानकारी दी जा रही है।