“दुर्गा पूजा पंडाल विशेष;मां दुर्गा के साथ दिखेंगे प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण
दुर्गा पूजा पंडाल विशेष;डुमरांव।डुमरांव नगर स्थित शहीद गेट पर दुर्गा पूजा पंडाल बनाने का कार्य शुरू हो गया है। यह पंडाल 30 फीट ऊंचा होगा, जिसके निर्माण कार्य को लेकर पश्चिम बंगाल सहित स्थानीय कारीगर जुट गये है। श्रद्धालु इस पंडाल में मां दुर्गा के साथ प्रभु श्रीराम व लक्ष्मण की भी प्रतिमा देखेंगे, जहां भगवान श्रीराम को शबरी जूठे बेर ख़िलायेंगी। इसके साथ माता लक्ष्मी, गणेश, कार्तिकेय, सरस्वती के साथ मां काली का भी दर्शन श्रद्धालु करेंगे। प्रतिमा और पंडाल को भव्य रूप देने के लिए कारीगर अभी से ही जुटे गये है।
शहीद गेट दुर्गापूजा समिति के अध्यक्ष काजू जायसवाल ने बताया कि देश भर में अयोध्या के श्रीराम मंदिर को लेकर प्रभु श्रीराम के प्रति आस्था की लहर बह रही है, इसलिए इस साल पंडाल में मां दुर्गे के साथ भगवान श्रीराम व लक्ष्मण की भी प्रतिमा स्थापित की जायेगी, जहां प्रभु श्रीराम को प्रभु भक्ति में लीन माता शबरी अपने ही जूठे बेर ख़िलायेंगी। इससे शबरी का भगवान राम के प्रति सच्ची श्रद्धा और प्रेम साफ जाहिर होता है। उन्होंने बताया कि पंडाल के निर्माण में पश्चिम बंगाल के कारीगरों के साथ-साथ स्थानीय कारीगर भी जुटे है। सदस्य बताते है कि मां की प्रतिमा और पंडाल के निर्माण में करीब तीन लाख से अधिक राशि का बजट बनाया गया है। इस बजट में स्थानीय दुकानदारों व समिति के सदस्यों का अहम योगदान है।
नवरात्र के सप्तमी के दिन पट खुलने के दौरान आरती का आयोजन किया जाता है। यह सिलसिला अष्टमी और नवमी को रहता है। आरती के दौरान ढोल-नगाड़ों और वैदिक मंत्रोच्चारण की धुन बनी रहती है। इस मौके पर महिला व पुरुष श्रद्धालु उमड़ते है।
समिति के कोषाध्यक्ष कृष्णा कुमार, सचिव शिवम गुप्ता, महासचिव कृष्णा गुप्ता, मीडिया प्रभारी सौरभ केशरी, संयोजक बबलू गुप्ता, महामंत्री विष्णु केशरी, नारायण जी, गोल्डन जायसवाल, बबलू गुप्ता, अमित सिंह, संतोष जायसवाल, चंदन कुमार, लड्डू शर्मा, संतोष केशरी, पप्पू वर्मा, पंडित गुप्ता, ओंकार, कमलेश, मोनू कुमार, गौरव जायसवाल, पवन, अजय आदि ने बताया कि महाआरती के उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया जायेगा। दुर्गा पंडाल में मां के हर रूपों के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की श्रद्धा उमड़ी रहती है, जिसे पूजा समिति के सदस्य कई सुविधाओं के साथ तैनात रहेंगे।
मां के दर्शन के लिए महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग रास्ते बनाये जायेंगे। इसके साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस बल के साथ पूजा कमिटी के सदस्य भी मुस्तैद रहेंगे।