“विश्व गैंडा दिवस:पटना जू में 14 गैंडे, जो विश्व के चिड़ियाघरों में सर्वाधिक; संख्या 22 तक पहुंचाने का लक्ष्य
गैंडाें की संख्या के मामले में पटना जू विश्व में टॉप पर है। पटना जू ने अमेरिका के सैन डिएगो जू को भी पीछे छोड़ दिया है। पटना में जहां गैंडों की संख्या 14 है वहीं सैन डिएगो जू में 13 गैंडे हैं। इतना ही नहीं देश-विदेशों में जानवरों की अदला-बदली में सबसे अधिक गैंडा देने वाला भी पटना जू ही है।
पिछले 43 वर्षों में पटना से अमेरिका के अलावा दिल्ली, चेन्नई, कानपुर, गुजरात, मैसूर समेत देश के 10 राज्यों के चिड़ियाघरों में 20 नर-मादा गैंडे भेजे गए हैं। यहां से भेजा गया गैंडा जिस भी चिड़ियाघर में गया, वहां आबादी बढ़ा रहा है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परितर्वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि संजय गांधी जैविक उद्यान में अच्छी प्रजाति के गैंडे हैं। इसी कारण देश-विदेशों में पटना जू के गैंडे की डिमांड रहती है।
1979 में असम से एक जोड़ा गैंडा संजय गांधी जैविक उद्यान लाया गया था
28 मई 1979 को असम से एक जोड़ा भारतीय गैंडा संजय गांधी जैविक उद्यान लाया गया था। इसमें नर कांछा की उम्र लगभग दो वर्ष और मादा कांछी की उम्र लगभग 5 वर्ष थी। 28 मार्च 1982 को तीसरा गैंडा (नर) राजू बेतिया से लाया गया। इसकी उम्र लगभग एक वर्ष थी। उद्यान के प्राकृतिक वातावरण और उत्कृष्ट प्रजनन नीतियों के कारण कांछी ने 8 जुलाई 1988 को एक मादा गैंडा और फिर 8 जुलाई 1991 को एक मादा गैंडा को जन्म दिया। वर्ष 1991 में पटना जू में गैंडों की संख्या 5 हो गई।
कांछी ने 1993 में एक नर गैंडा काे जन्म दिया। वर्ष 1988 में उद्यान में जन्मी मादा हड़ताली ने 9 वर्ष की उम्र में पहली बार 1997 में एक नर गैंडा को जन्म दिया। हड़ताली अब तक कुल 10 शिशु को जन्म दे चुकी है। संजय गांधी जैविक उद्यान में गैंडाें की बढ़ती संख्या को देखते हुए सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने यहां देश का पहला गैंडा प्रजनन केन्द्र खोला है। यह गैंडा संरक्षण केंद्र 3.5 एकड़ में फैला हुआ है। इसे 538.74 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है। इसमें छह नाइट हाउस हैं, जहां एक साथ 25 गैंडों को रखा जा सकता है। यहां एक नर और एक मादा गैंडा को छोड़ा गया है।
यह भी जानिए
28 मई 1979 को असम से आया था पहला गैंडा
8 जुलाई 1988 को चिड़ियाघर में जन्मा था पहला गैंडा
4 ब्लड लाइन मौजूद है गैंडा की पटना चिड़ियाघर में
14 गैंडे हैं अभी संजय गांधी जैविक उद्यान में