“शिक्षिका की विदाई पर फूट-फूट कर रोईं छात्राएं, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कार्यरत थी,नए वार्डन की बहाली पर हुआ ट्रांसफर
छपरा के पानापुर में एक शिक्षिका की विदाई पर छात्राएं फूट-फूट कर रोईं। सैकड़ों की संख्या में छात्रा शिक्षिका से लिपटकर कर रो रही थी। मामला पानापुर प्रखंड के बकवा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है। बताया जात है कि गुरुवार को जब विद्यालय से प्रखंड शिक्षिका आशा कुमारी की विदाई समारोह हा रहा था तो सभी छात्राएं फूट-फूट कर रोने लगी शिक्षिका आशा कुमारी प्रखंड शिक्षिका के साथ कस्तूरबा विद्यालय में वार्डन का भी काम करती थी। नए वार्डन की बहाली होने पर इनका ट्रांसफर कर दिया गया।
कस्तूरबा गांधी विद्यालय के प्रभारी कांता राम ने बताया कि आशा कुमारी कस्तूरबा विद्यालय की स्थापना काल 2008 से ही कार्यरत थी। विद्यालय में कार्यरत आशा कुमारी मध्य विद्यालय की शिक्षिका भी हैं। बच्चों के साथ उनका बेहद लगाव था। स्थानांतरित होने के बाद छात्र और उपस्थित लोग भाव विभोर हो गए।
2008 के कार्यरत थी शिक्षिका
आशा कुमारी मूल रूप से प्रखंड शिक्षिका हैं। जो रसौली मध्य विद्यालय में कार्यरत थी। लेकिन 2008 से कस्तूरबा बालिका विद्यालय स्थापित होने के साथ ही डीपीओ और बीइओ द्वारा उन्हें वार्डन पद के लिए प्रतिनियुक्ति कर दिया गया था। इसके बाद लंबे समय तक वार्डेन का कार्यकाल संभाला। तत्काल में बिहार सरकार द्वारा नवनियुक्त वार्डन रेखा कुमारी को आशा कुमारी के जगह पर पदस्थापित किया गया। जिसको लेकर विदाई समारोह आयोजित किया गया था। इस दौरान छात्राएं विदाई करते वक्त फूट कर रोने लगे आशा कुमारी अब रजौली मध्य विद्यालय में प्रखंड शिक्षिका के रूप में कार्य करेंगी।